नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर ने भारत में खूब तबाही मचायी। अप्रैल महीने में जिस तरह देश के कई राज्यों में अफरा-तफरी का माहौल दिखा वैसा आज तक कभी नहीं दिखा था। हजारों लोगों की मौत हो गई तो वहीं लाखों लोग कोरोना संक्रमित हुए। जानकारों का कहना है कि कोरोना पर नियंत्रण तभी होगा जब सभी को कोरोना वैक्सीन लग जायेगी। इसलिए सरकार भी टीकाकरण अभियान में तेजी लाने की बात कह रही है, लेकिन देश में कोरोना वैक्सीन की किल्लत बनी हुई है।
फिलहाल केंद्र सरकार ने कहा है कि दिसंबर तक देश में 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को कोरोना का टीका लग जाएगा। इसके लिए अब तक हो रहे वैक्सिनेशन को 5 गुना तेज करना पड़ेगा।
वहीं उत्तर प्रदेश में इस लक्ष्य को पाने के लिए टीकाकरण को 9 गुना बढ़ाना होगा। जनसंख्या के हिसाब से बिहार में भी टीकाकरण की हालत खराब है। इसे 8 गुना तेजी लानी होगी। खबर के अनुसार उत्तर प्रदेश में बीते पांच महीने में 12 फीसदी से भी कम लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। वहीं दूसरी डोज लेने वालों की संख्या कुल जनसंख्या की मात्र 2.5 फीसदी है।
वर्तमान में यूपी में एक दिन में 1.4 लाख लोगों को टीका लगता है। इस आंकड़े को बढ़ाना जरूरी है। जब एक दिन में 13.2 लाख लोगों को टीका लगना शुरू होगा तभी दिसंबर के आखिरी तक केंद्र का टारगेट यूपी में पूरा हो सकेगा।
बिहार की बात करें तो यहां 12.6 फीसदी आबादी को कोरोना वैक्सीन का पहला डोज दिया गया है। दूसरा डोज लेने वाले लोग केवल 2.5 फीसदी हैं। जनसंख्या के हिसाब से टारगेट हासिल करने के लिए बिहार सरकार को वैक्सिनेशन की रफ्तार 6 गुनी बढ़ानी होगी। यानी एक दिन में 6.6 लाख लोगों को वैक्सिनेट करना होगा। अभी यहां 78 हजार लोगों को ही एक दिन में टीका लग पाता है।