लखनऊ। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में जिस तरह उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एक के बाद एक अहम फैसले लिए हैं और लॉकडाउन में फंसे छात्रों व श्रमिकों के लिए घर वापसी को संभव कर दिखाया है, इस बात की खूब सराहना हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आज उत्तर प्रदेश कोरोना जैसी महामारी से निर्णायक युद्ध लड़ रहा है। वह लगातार कोविड-19 टीम-11 के साथ रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने बुधवार को अधिकारियों को निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लोकभवन में कोविड-19 के संबंध में गठित समितियों के अध्यक्षों के साथ समीक्षा बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने प्रयागराज से प्रतियोगी छात्रों को कुशीनगर लेकर जा रही बस की अयोध्या में हुई दुर्घटना का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को घायलों का समुचित इलाज कराने व सभी छात्रों को सुरक्षित घर भेजने के निर्देश दिए हैं।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लागू किया गया लॉकडाउन ही सभी को अब सबसे मुख्य सुरक्षा कवच नजर आ रहा है। लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने या न बढ़ाने के मुद्दे पर केंद्र सरकार के स्तर से चल रहे मंथन में उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकतर मंत्री इसी पक्ष में हैं कि फिलहाल लॉकडाउन न खोला जाए। हालांकि, निर्णय केंद्र सरकार को ही करना है।