कोरोना : सोशल मीडिया में की जा रही है अपील, इस बार जरूरतमंदों की होगी ‘ईद’

रायबरेली। कोरोना ने त्योहार के मायने को भी बदल दिया है। अब लोग ख़ुद के साथ-साथ औरों के भी त्योहार मनाने की चिंता करने लगे हैं। इसका असर यह हुआ कि इस बार की ईद में जरूरतमंदों के साथ मनाने की तैयारी चल रही है। आम मुस्लिम इसके लिए आगे आया है।
गौरतलब है कि ईद में नए कपड़े सहित अन्य चीजें खरीदने की परंपरा है, लेकिन अब लोग कपड़े या अन्य चीजें खरीदने के बजाय उसी पैसे को बचाकर जरूरतमंदो पर खर्च करने की सोच रहे हैं।अपने आसपास पड़ोसियों या अन्य गरीब और असहायों की मदद को लोग आगे आ रहे हैं। इसके लिये विभिन्न माध्यमों का भी सहारा लिया जा रहा है।
सोशल मीडिया में की जा रही है अपील
 ईद को सादगी से मनाने और खरीददारी करने से बचने के लिए सोशल मीडिया पर भी अपील की जा रही है। मुस्लिम समाज में विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुपों और फेसबुक पर ईद की नमाज़ घर पर पढ़ने व इस बार जरूरतमंदों की मदद करने की अपील की जा रही है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच कई ऑनलाइन माध्यमों से इसके लिये आम लोगों को जागरूक कर रहा है।
 मंच के प्रांत सहसंयोजक अबरार अहमद का कहना है इस बार ईद में सभी की प्राथमिकता है कि गरीब और असहायों की मदद की जाय। ज़कात भी कोरोना संकट से पीड़ित लोंगो की मदद में खर्च की जा रही है। अबरार अहमद का कहना है कि एमआरएम के आह्वान पर बड़ी संख्या में मुस्लिमों में पीएम केयर फंड में सहयोग किया जा रहा है।
धर्मगुरु भी आगे आये
कोरोना संकट में ईद के त्यौहार पर दौरान शारीरिक दूरी का पालन करने व घरों में नमाज़ पढ़ने के लिये धर्मगुरुओं द्वारा लोंगो से अपील की जा रही है। सभी से कहा जा रहा है कि गरीब और असहायों की मदद करने के साथ साथ लॉक डाउन का पालन किया जाय। मुस्लिम धर्मगुरुओं कारी अब्दुल जलील प्रिंसिपल बाल्हेमऊ मदरसा,हाफिज इनामुलहक इमाम मस्जिद रायगढ़, हाफिज तौसीफ रज़ा इमाम बड़ी मस्जिद ने भी सभी मुस्लिमों से ईद सादगी और नियमों के अधीन मनाने की अपील की है।

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