नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी का अगला अध्यक्ष कौन होगा? क्या राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कांग्रेस की कमान सौंपी जाएगी या किसी और वरिष्ठ नेता पर दांव खेला जाएगा? क्या राहुल गांधी एक बार फिर कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने के लिए तैयार होंगे? सोनिया गांधी से मिलने के बाद से चर्चाओं का बाजार गर्म है कि अशोक गहलोत कांग्रेस के नए अध्यक्ष बन सकते हैं।
हालांकि, अशोक गहलोत के हालिया बयान से लगता है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस से बाहर हो गए हैं। उन्होंने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष पद पर कौन काबिज हो सकता है, किसके लिए पिच तैयार की जा रही है।
अशोक गहलोत से जब पिछले दिनों पूछा गया था कि क्या वह कांग्रेस के अगले अध्यक्ष बनने जा रहे हैं, तो उन्होंने इससे इनकार नहीं किया था। हालांकि, उन्होंने हां भी नहीं कहा था, लेकिन इतना जरूर बोले थे कि पार्टी उन्हें जो जिम्मेदारी देगी उसे पूरी निष्ठा के साथ पूरी करेंगे।
लेकिन हाल ही में राजस्थान के बांरा जिले के अंता में राजस्थान के सीएम ने कहा कि 28 अगस्त को चुनाव का कार्यक्रम घोषित होगा। उसमें तय होगा कि चुनाव की पूरी प्रक्रिया क्या होगी। मैं आपके बीच हूं। मैं आप लोगों से दूर नहीं हूं। मैं इस प्रदेश से अंतिम सांस तक दूर रहने वाला नहीं हूं। चाहें कोई जिम्मेदारी हो। चाहे कुछ भी करूं। मेरे जेहन के अंदर जिस प्रदेश में अंदर पैदा हुआ। जहां के हालात मैंने बचपन से देखें। उससे दूर नहीं रहने वाला।
सीएम गहलोत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के संविधान के अनुसार, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव पूर देश के पीसीसी डेलीगेट्स द्वारा किया जाता है। पूरे देश के पीसीसी डेलीगेट्स द्वारा राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के पक्ष में प्रस्ताव भिजवाया जा रहा है। लगभग 9 हजार डेलीगेट्स पार्टी में है।
अशोक गहलोत ने साफ कर दिया है कि वह राजस्थान से बाहर नहीं जाना चाहते हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी को अब कोई अन्य विकल्प खोजना होगा। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी चाहती हैं कि अशोक गहलोत कांग्रेस की कमान संभालें। लेकिन अशोक गहलोत राजस्थान की कमान सचिन पायलट को सौंपने के मूड में नहीं हैं।