रायबरेली। समाज में अपनी कृतियों से रचनात्मक दिशा देने वाले अब असहायों की सेवा में जुटे हैं। कवि,साहित्यकार,चित्रकार सभी कोरोना के ख़िलाफ़ यज्ञ अपनी आहुति दे रहें हैं।
कला,साहित्य और संस्कृति की अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती के बैनर तले ‘कोई भूखा नहीं सोयेगा’ के अभियान के तहत अब ये रचनाकार गरीबों और असहायों को घर-घर राशन पहुंचा रहे हैं। लॉक डाउन के पहले दिन से लागातर 45 दिनों बाद भी यह क्रम जारी है। अब तक सैकड़ों जरूरतमंदों तक यह राहत पहुंचाई गई है। रायबरेली के लालगंज को केंद्र बनाकर पूरे क्षेत्र में जरूरतमंदों तक यह राशन पहुंचाया जा रहा है।
इस अभियान में संस्कार भारती के अध्यक्ष योगेंद्र प्रताप सिंह, सचिव शिवतोष, कोषाध्यक्ष राहुल वर्मा, गायक सुनील सरगम, उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह,शैलेश प्रताप सिंह,लेखक दीप अमन,पत्रकार करन सिंह सहित कई कलाकारों,कवियों और रचनाकार सक्रियता से जुटे है।
भारती के लालगंज अध्यक्ष और चर्चित कवि योगेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि रचनाकार समाज की ही भावनाओं को अपनी रचनाओं में अभिव्यक्त करता है और जब समाज में एक आपदा की स्तिथी है तो हम लोगों का भी कर्तव्य है कि हम सब समाज के लिए खड़े हों।’कोई भूखा नहीं सोयेगा’के माध्यम से यही प्रयास किया जा रहा है।
इस अभियान में सक्रिय प्रसिद्ध गीतकार विनय भदौरिया के अनुसार गीतों की रचना के बाद जो संतोष का भाव उतपन्न होता है वही गरीबों की सेवा के बाद हो रहा और यही सच्ची उपासना है।संस्कार भारती के सचिव के अनुसार लॉक डाउन के पहले दिन से लागातर लोगों को राशन वितरण किया जा रहा है जो आगे भी जारी रहेगा। अब तक सैकड़ों लोगों की सेवा की जा चुकी है।रचनाकारों की इस सेवा भावना से प्रसन्न संस्कार भारती के मार्गदर्शक पद्मश्री बाबा योगेंद्र ने हिन्दुस्थान समाचार को फ़ोन पर बताया कि रचना और सेवा दोनों मन के ही भावों की ही अभिव्यक्ति है। उन्होंने इस प्रयास के लिए सभी को शुभकामना देते हुए इसी तरह आगे भी सक्रिय रहने का आह्वान किया है।