मुंबई। महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के गंभीर आरोपों के बाद एक्ट्रेस कंगना रनोट ने राज्य सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है, “जब मैंने महाराष्ट्र सरकार के भ्रष्टाचार और बीमार प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाई थी, तो बदले में मुझे गालियों, धमकियों, आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, लेकिन जब अपने प्यारे शहर के लिए मेरी निष्ठा पर सवाल उठाया गया तो मैं चुपचाप रोई। जब उन्होंने गैरकानूनी तरीके से मेरे घर को तोड़ा, तब कई लोगों ने खुशियां मनाई थीं।”
‘मैं सच्ची देशभक्त हूं, हरामखोर नहीं’
कंगना ने आगे लिखा है, “आने वाले समय में वे (महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार) पूरी तरह एक्सपोज हो जाएंगे। आज मैं पुष्टि के साथ खड़ी हूं, इसलिए यह साबित होता है कि मेरे बहादुर राजपूताना खून में मेरे और मेरे परिवार का पालन-पोषण करने वाले देश के प्रति निष्ठा और सच्चा प्यार बहता है। मैं सच्ची देशभक्त हूं, हरामखोर नहीं।”
परमबीर सिंह ने लगाए हैं कई गंभीर आरोप
परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि एंटीलिया मामले में अरेस्ट हुए सचिन वझे को गृहमंत्री अनिल देशमुख का संरक्षण था और उन्होंने वझे से हर महीने 100 करोड़ रुपए जमा करने को कहा था। इन सब शिकायतों को लेकर परमबीर सिंह ने उद्धव ठाकरे को एक चिट्ठी भी लिखी थी। परमबीर सिंह ने चिट्ठी में दावा किया है कि गलत कामों को छुपाने के लिए उन्हें बलि का बकरा बनाया गया है।
पिछले साल शुरू हुआ सरकार से कंगना का विवाद
पिछले साल सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद कंगना रनोट ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ काफी बयानबाजी की थी। इसके बाद बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कारपोरेशन (बीएमसी) ने कंगना के ऑफिस में तोड़फोड़ की थी। यह विवाद खूब चर्चा में रहा था और उस वक्त परमबीर सिंह महाराष्ट्र सरकार के साथ खड़े नजर आए थे। इसके बाद जब एंटीलिया मामले में विवाद बढ़ने के बाद महाराष्ट्र सरकार ने परमबीर को पद से हटाया तो कंगना ने इसे शिवसेना के अंत की शुरुआत बताया था।