गोरखपुर। पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही जमकर बारिश हुई। रात से ही पूर्वांचल के कई जिलों में जमकर बारिश हुई है। खेत-खलिहानों में लगे पानी ने किसानों को खुश कर दिया है। गोरखपुर में 80 मिमी बारिश दर्ज किया गया है। तापमान में गिरावट होने से लोगों को राहत मिली है।
सोमवार को बिहार के रास्ते मानसून ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में दस्तक दे दी थी। मानसून के बलिया पहुंचने के बाद से अब यह पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश में सक्रिय हो गया है। गोरखपुर, आजमगढ़ और बस्ती मंडल के जिलों में सोमवार की देर रात से मंगलवार सुबह तक जमकर बारिश हुई। इतना पानी गिरने से किसानों के चेहरे खिल गए हैं। वे काफी खुश हैं।
धान की रोपाई करने में जुटे किसानों के साथ गन्ना किसानों को काफी राहत मिली है। जहां धान रोपाई में होने वाली सिंचाई का खर्च कम हुआ है, वहीं खेतों में लहलहाती गन्ने की फसल को भी संजीवनी मिल गई है। धान रोपाई की सिंचाई के रूप में आने वाली लागत कम हुई है और किसानों पर आने वाला आर्थिक बोझ कम हो गया है। किसान चंद्रभान सिंह, नंदलाल शर्मा, श्रवण कुमार वर्मा, रामानंद कुशवाहा, हरिवंश चौहान आदि का कहना है कि गन्ने की सिंचाई और धान की रोपाई में पानी का खर्च बहुत कम होने से राहत मिली है।
तापमान में भी आई गिरावट
रविवार रात और सोमवार सुबह हुई बारिश की वजह से अधिकतम तापमान सामान्य से 2.6 डिग्री कम 35.6 दर्ज किया गया है। न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है।
80 मिलीमीटर हुई बरसात
गोरखपुर में सोमवार रात से मंगलवार की सुबह तक 80 मिमि बारिश हुई है। इस बारिश में जगह-जगह भारी जलजमाव हो गया। गोरखपुर के मुक्तेश्वर नाथ मंदिर में भी पानी भर गया था। हालांकि अब पानी बहने से कुछ राहत मिल रही है। लोगों ने गर्मी और उमस से राहत मिली है। लेकिन शहर के कई हिस्सों से जलजमाव की सूचनाएं भी हैं। अनुमान के मुताबिक मंगलवार को अभी और बरसात होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
मौसम विज्ञानी ने कहा
मौसम विशेषज्ञ केसी पांडेय ने बताया कि बलिया तक पहुंची ट्रफ लाइन शाम तक गोरखपुर पहुंचने की संभावना है। इस महीने करीब 150 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। मानसून अपने समय पर है। बारिश भी सामान्य रहने की उम्मीद है।
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