कोलकाता। कोयला घोटाले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का परिवार घिरता नजर आ रहा है। रविवार को ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी के घर पहुंचकर CBI ने उनकी पत्नी रुजिरा को नोटिस दिया था। अब रुजिरा की बहन मेनका गंभीर को भी समन जारी किया गया है। मेनका से आज CBI पूछताछ कर सकती है।
अभिषेक बोले- हम झुकने वाले नहीं
अभिषेक ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि आज (रविवार) दोपहर 2 बजे CBI ने मेरी पत्नी के नाम का नोटिस दिया। हमें कानून पर पूरा भरोसा है। केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि अगर उन्हें लगता है कि इस तरह से वे हमें डराने में कामयाब हो जाएंगे, तो यह उनकी बहुत बड़ी भूल है। हम उनमें से नहीं, जिन्हें झुकाया जा सके।
CBI-ED ही भाजपा के सहयोगी
इस बीच, तृणमूल सांसद सौगत रॉय ने कहा कि भाजपा के साथ कोई सहयोगी नहीं है। CBI और ED ही उनके सहयोगी हैं। अपने इन्हीं सहयोगियों की मदद से वे अन्य पार्टियों को धमकाते हैं और तृणमूल पर दबाव बनाते हैं। हमारे नेताओं को जो भी नोटिस दिया गया है, उसका कानूनी तरीके से मुकाबला करेंगे।
नोटिस की टाइमिंग पर उठे सवाल
TMC इस मामले में CBI के नोटिस की टाइमिंग पर भी सवाल उठ रही है। TMC ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले इस तरह का नोटिस दिए जाने को राजनीति बताया है। इससे पहले भी ममता सरकार कई बार केंद्र पर सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगा चुकी है। उधर, भाजपा ने कहा कि ये मामला काफी पहले से चल रहा है। CBI ने इस मामले में पहली बार जांच शुरू नहीं की है।
शुक्रवार को 13 ठिकानों पर छापेमारी की थी
इसी मामले में CBI ने शुक्रवार को राज्य के पुरुलिया, बांकुरा, बर्दवान और कोलकाता में 13 जगहों पर छापेमारी की थी। ये छापेमारी युवा तृणमूल कांग्रेस के नेता विनय मिश्रा, व्यवसायी अमित सिंह और नीरज सिंह के ठिकानों पर हुई थी। छापे के दौरान कोई भी घर पर मौजूद नहीं था। इसके पहले 11 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हुगली, कोलकाता, उत्तर 24 परगना, आसनसोल, दुर्गापुर, बर्धमान में छापेमारी की थी।
TMC नेताओं पर ही लगे हैं आरोप
कोयला घोटाले में TMC के नेताओं पर आरोप लगे हैं। इसमें अभिषेक का नाम भी शामिल है। आरोप है कि बंगाल में अवैध रूप से कई हजार करोड़ के कोयले का खनन किया गया और एक रैकेट के जरिए इसे ब्लैक मार्केट में बेचा गया। इस मामले में दिसंबर के शुरुआती हफ्तों में भी CBI ने कोलकाता के CA गणेश बगारिया के दफ्तर में छापा मारा था।
सितंबर में जांच शुरू हुई; कोर्ट ने CBI को मंजूरी दी
पिछले साल सितंबर में कोयला घोटाले की जांच शुरू हुई। तब से BJP इसके लिए TMC पर लगातार आरोप लगा रही है। BJP नेताओं का कहना है कि कोयला घोटाले से मिली ब्लैक मनी को TMC के नेताओं ने शेल कंपनियों के जरिए व्हाइट मनी में बदला। इसमें सबसे ज्यादा फायदा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को हुआ है।
अभिषेक बनर्जी TMC की युवा विंग के अध्यक्ष हैं। उन्होंने अपनी पार्टी में विनय मिश्रा समेत 15 युवाओं को महासचिव बनाया था। विनय मिश्रा शुरू से ही कोयला घोटाले के आरोपी हैं। TMC ने CBI जांच पर रोक लगाने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट ने नामंजूर कर दिया था।