भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी में बना साइक्लोन सोमवार शाम से कल सुबह के बीच सुपर साइक्लोन का रूप लेगा। यह 20 की शाम को पश्चिम बंगाल के दीघा व बांग्लादेश के हतिया द्वीप के बीच सिवियर साइक्लोन के रूप में लैंड फाल करेगा। इसके प्रभाव में ओडिशा के तटीय जिलों में नुकसान होने का अंदेशा है। इसके प्रभाव से मंगलवार से बारिश होगी तथा 20 मई को 110 किमी तक तेज हवा चलने की संभावना है।
राज्य के विशेष राहत कमिशनर प्रदीप्त जेना ने बताया कि यह चक्रवात वर्तमान में पारादीप से 780 किमी दक्षिण में स्थित है। यह 13 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर ओडिशा के तटीय जिले जैसे बालेश्वर, भद्रक, जगतसिंहपुर व केन्द्रापडा के निचले इलाके तथा कच्चे घरों में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों में स्थानांतरित करने के लिए जिलाधिकारियों को निर्देश दिया जा चुका है। वे यह कार्य आज शाम से शुरू करेंगे और मंगलवार को इसमें तेजी आयेगी।
उन्होंने बताया कि बालेश्वर जिले में ओड्राफ की छह टीमें तथा भद्रक जिले में पांच टीमें तैनात की गई हैं। अग्निशमन विभाग के लोगों को चार जिलों के लिए अन्य जिलों से लाया जा रहा है। तूफान से प्रभावित होने वाले संगरोध केन्द्रों से निगेटिव रिपोर्ट वालों को घर जाने दिया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील की है कि लोग अपने महत्वपूर्ण कागजात, दवाई, पैसे, गहने आदि लेकर आश्रय स्थलों पर जाएं। तूफान के बाद की स्थिति से निपटने के लिए भी तैय़ारी की जा रही है। इस कारण प्रभावित होने वाले इलाकों में पुननिर्माण का कार्य शुरू करने के लिए जेसीबी मशीन आदि तैयार रखी गई है। उन्होंने लोगों से प्रशासन को सहयोग करने की अपील की है।