बीजिंग। चीन सरकार ने मंगलवार को दावा किया कि लद्दाख में कई इलाकों से भारत और चीन की सीमाएं पूरी तरह पीछे हट गई हैं। चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि अब जमीनी हालात में सुधार हो रहा है। हालांकि, भारत सरकार के सूत्रों के हवाले से आ रही कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि चीन का बयान सही नहीं है।
चीन विदेश मंत्रालय ने प्रेस ब्रीफिंग में दी जानकारी
इससे पहले चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वैंग वेनबिन के हवाले से कहा था कि भारत-चीन की सीमा पर तैनात सेनाएं ज्यादातर लोकेशन से पीछे हट गई हैं। अब सीमा विवाद और दूसरे मुद्दों को सुलझाने के लिए मिलिट्री लेवल की पांचवीं बातचीत की तैयारियां जारी हैं। पिछले दिनों दोनों देशों ने मिलिट्री और डिप्लोमेटिक चैनल के जरिए विवाद सुलझाने की कोशिशें की हैं।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूछे गए सवाल के जवाब में वैंग ने कहा था कि गलवान, गोगरा और हॉट स्प्रिंग से सेनाएं पूरी तरह पीछे हट गई हैं। पेंगॉन्ग सो के बारे में पूछे गए सवाल को वैंग टाल गए और कोई जवाब नहीं था। यह जगह भी भारत-चीन सेना के बीच टकराव का अहम प्वाइंट थी।
अगली मीटिंग कब होगी, चीन ने नहीं बताया
वैंग ने कहा कि उम्मीद है कि भारत हमारे साथ मिलकर बातचीत के दौरान बनी सहमतियों को लागू करने पर काम करेगा। अगली बैठक में इन सभी मुद्दों पर चर्चा होगी। जब वैंग से पूछा गया कि यह बातचीत कब होनी है तो उन्होंने जवाब नहीं दिया।