नयी दिल्ली। अपने एक साल के कार्यकाल में ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाजपा के नये स्टार प्रचारक बन गये है। पांच राज्यों के इलेक्शन में चुनाव प्रचार के लिए पीएम मोदी के बाद सबसे ज्यादा मांग योगी आदित्यनाथ की ही होना इसका प्रमाण है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान विधानसभा चुनाव को अगले साल होने वाले आम चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है। पांच राज्यों में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव को आम चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है। इन चुनाव के नतीजे तय करेंगे कि आम चुनाव में स्थिति क्या बनने वाली है। यही वजह रही कि भाजपा ने इस बार चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। भाजपा के सभी बड़े नेताओं ने जम कर चुनाव प्रचार किया।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दूसरे ऐसे राष्ट्रीय नेता हैं, जिन्होंने पार्टी का चुनावी मंच सबसे ज्यादा बार संभाला है। योगी ने तीनों राज्यों में 53 सभाओं को संबोधित किया। छत्तीसगढ़ योगी ने 21 जनसभाएं संबोधित की। यहां पीएम नरेंद्र मोदी की 4 जनसभाएं हुईं हैं, जबकि अमित शाह ने 9 रैलियां संबोधित कीं। इस तरह प्रदेश के बाहर के नेताओं में योगी यहां रैलियों के मामले में पहले पायदान पर रहे। मध्य प्रदेश में 28 नवंबर को वोट पड़े। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10, अमित शाह ने 25 और योगी ने करीब 15 जनसभाएं संबोधित कीं।
योगी के अलावा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की भी कुछ सभाएं हुई थीं। राजस्थान में 7 दिसंबर को मतदान है। प्रधानमंत्री की यहां 10 रैलियां प्रस्तावित हैं, जिसमें आधी हो चुकी हैं। योगी ने यहां 17 जनसभाओं को संबोधित किया। राजस्थान में नाथ संप्रदाय का काफी प्रभाव है, जिसके सबसे प्रमुख मठ गोरक्षपीठ के महंत योगी ही हैं।
योगी को मुख्यमंत्री बने करीब 20 महीने हुए हैं, लेकिन इस दौरान उत्तर से लेकर पूर्वोत्तर तक वह वह विधानसभा चुनाव में पार्टी के सबसे अहम स्टार प्रचारक के रूप में उभरे हैं। केरल, कर्नाटक, त्रिपुरा सहित दूसरे राज्यों में भाजपा ने योगी का प्रमुखता से उपयोग किया था। मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार मृत्युंजय कुमार कहते हैं कि उत्तर भारत के राज्यों में योगी इकलौते ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिनकी दक्षिण व पूर्वोत्तर के राज्यों में भी समान स्वीकार्यता है। इसलिए चुनावी मोर्चे पर संगठन लगातार उनका उपयोग कर रहा है।