गोरखपुर। उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने शुक्रवार को गोरखपुर में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के संगम स्नान पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जब से केंद्र में मोदी सरकार आई है तब से कई लोग मंदिर भी जा रहे हैं और गंगा में डुबकी भी लगा रहे हैं। यह नए भारत की तस्वीर है। बता दें कि प्रियंका गांधी गुरुवार को प्रयागराज के दौरे पर थीं। वे अपने पूर्वजों की निशानी आनंद भवन गई थीं। जहां अनाथ बच्चों के संग कुछ वक्त बिताने के बाद संगम में स्नान किया था।
चुनाव में ओमप्रकाश राजभर समाज की बस्तियों में घुस नहीं पाएंगे
कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने कभी योगी सरकार में सहयोगी रहे पूर्व मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर पर तंज भी कसा। कहा कि सालार मसूद की मानसिकता वाले ओवैसी से राजनीतिक स्वार्थवश गठबंधन करने वाले 2022 के चुनाव के पहले राजभर समाज की बस्तियों में नहीं घुस पाएंगे।
उन्होंने कहा कि जो जैसा करेगा, वैसा भरेगा। राष्ट्र वीर महाराजा सुहेलदेव का नाम जोड़कर पार्टी बनाते हैं। दूसरी तरफ महाराजा सुहेल देव के सम्मान के साथ समझौता करते हैं।
राजभर समाज ने फैसला किया है। 2022 आ रहा है। आप देखेंगे कि वे (ओम प्रकाश राजभर) लोग राजभर समाज की बस्तियों में भी नहीं घुस पाएंगे। राजभर समाज ये कतई बर्दाश्त नहीं कर सकता कि महाराजा सुहेलदेव के सम्मान के साथ कोई खिलवाड़ हो। भाजपा का दरवाजा हमेशा के लिए ऐसे लोगों के लिए बंद है।
कौन हैं महाराजा सुहेलदेव और सालार?
सुहेलदेव 11वीं शताब्दी में श्रावस्ती के राजा थे। उन्हें राजभर और पासी जाति के लोग अपना वंशज मानते हैं। उन्होंने महमूद गजनवी के भांजे व सेनापति सैयद सालार मसूद गाजी को पराजित किया था। जिनका पूर्वांचल के कई जिलों में खासा प्रभाव है। दो साल पहले केंद्र सरकार ने महाराजा सुहेलदेव के नाम पर डाक टिकट जारी किया था। बहराइच में स्थित चित्तौरा झील के किनारे स्मृति स्थल है। जहां हर साल मेला लगता है। 16 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां स्मारक व संग्रहालय बनाया जाएगा। जिसका वर्चुअल शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।