नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया’ से सम्मानित होने पर खुशी जताते हुए पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने सोमवार को कहा कि उन्होंने जितनी कल्पना की थी, क्रिकेट ने उससे कहीं ज्यादा दिया है। क्लार्क ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा,”मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि इस तरह के एक प्रतिष्ठित पुरस्कार से मुझे सम्मानित किया गया है।
मेरे पास आज कृतज्ञता और सम्मान व्यक्त करने के लिये शब्द नहीं है। इस पुरस्कार से सम्मानित होने पर मुझे गर्व महसूस हो रहा है। क्रिकेट ने मुझे इतना अधिक दिया है जितना मैं कभी सोच भी नहीं सकता था और यह इस बात का एक और उदाहरण है कि मैं इस खेल का कितना एहसानमंद हूं।”
इसके अलावा उन्होंने अपने परिवार को लेकर भी एक भावुक संदेश लिखा, ”मैं अपने परिवार के सपोर्ट के बिना कुछ भी नहीं कर सकता था। मैं अपने फैंस का शुक्रिया कहना चाहता हूं जिन्होंने हर परिस्थिति में मेरा साथ दिया। आपको बता दें कि ऑर्डर ऑस्ट्रेलिया अवॉर्ड के तहत जनरल डिविजन का अधिकारी नामित किया जाता है। यह सम्मान ऑस्ट्रेलिया के उन खिलाड़ियों को मिलता है, जिन्होंने क्रिकेट में नेशनल या इंटरनेशनल स्तर पर एक खिलाड़ी के तौर अपना बेहतरीन योगदान दिया है।
क्लार्क ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 115 टेस्ट मैच खेले है, जिसमें से उन्होंने 47 टेस्ट मैचों में टीम का नेतृत्व भी किया है। वह ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट इतिहास में छठे ऐसे कप्तान हैं,जिन्होंने सबसे अधिक टेस्ट मैचों में टीम की कप्तानी की है।
वहीं, एक बल्लेबाज के तौर पर क्लार्क टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के चौथे सबसे अधिक 8643 रन बनाने वाले खिलाड़ी भी हैं। क्लार्क की कप्तानी में ही ऑस्ट्रेलिया ने साल 2013-14 में इंग्लैंड को एशेज सीरीज में 5-0 से धूल चटाई थी। इसके अलावा उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने साल 2015 विश्व कप का खिताब भी अपने नाम किया था।
क्लार्क,वैली हैमंड और डॉन ब्रैडमैन के साथ उस क्लब का हिस्सा हैं,जिन्होने एक ही श्रृंखला में शतक और दोहरा शतक जड़े हैं।क्लार्क ने चार बार एलन बॉर्डर पदक भी जीता है।