यूरोप के कई देश इस वक्त कोरोना की तीसरी लहर से गुजर रहे हैं। ब्राजील में तो स्थिति बेकाबू चल रही है। भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। टीकाकरण के आंकड़ों पर नजर डालने पर पता चलता है कि जिन देशों ने अपनी आबादी का 20% या उससे ज्यादा टीकाकरण किया है, वहां कोरोना के नए केस आना कम हो गए हैं या स्थिर हैं।
अगर भारत की बात करें, तो यहां अब तक 4.62 करोड़ लोगों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज दी जा चुकी है। यह भारत की आबादी का 3.4% है और यहां बीते दिनों में रोजाना मिलने वाले आंकड़े 60 हजार के करीब पहुंच गए हैं।
ब्रिटेन में 25% आबादी को टीका लगा
इसका सबसे बड़ा उदाहरण UK है। इस महीने की शुरुआत तक वह शीर्ष पांच देशों में शामिल था, जहां दुनिया के सबसे ज्यादा संक्रमित मिल रहे थे। उसने अब तक 25% आबादी को कम से कम एक टीका लगा दिया है। इससे वहां नए केस आने कम हो गए हैं। इस मामले में वह अब 24वें पर पहुंच गया है।
दुनिया में अब तक 48.6 करोड़ टीके लग चुके
दूसरी ओर दुनिया के 137 देशों/द्वीपों में कोरोना से बचाव का टीकाकरण चल रहा है। अब तक 48.6 करोड़ टीके लग चुके हैं। सबसे ज्यादा 13 करोड़ टीके अमेरिका ने लगाए हैं। उसके बाद भारत का नंबर आता है।
कोरोना में नाकामी पर गवर्नर ने राष्ट्रपति को मानसिक रोगी बताया
ब्राजील में 24 घंटे में 2,244 मौतें हुईं। इसी के साथ वहां मौत का आंकड़ा 3 लाख पार हो गया है। वह इस आंकड़े तक पहुंचने वाला दूसरा देश है। इस बीच, कोरोना से ठीक तरीके से नहीं निपटने पर साओ पाउलो के गवर्नर जाओ डोरिया ने राष्ट्रपति जैर बोल्सोनारो को ‘मानसिक रोगी’ बताया है। डोरिया ने कहा कि अगर राष्ट्रपति सही जिम्मेदारी निभाते तो मौतें कम होतीं।