लखनऊ। झलकारीबाई अस्पताल में इमरजेंसी ब्लॉक का काम अटकने के कारण मरीजों की परेशानी बढ़ती जा रही है। छोटी सी जगह में अधिक लोग होने के कारण संक्रमण का खतरा भी बना हुआ है।सामान्य दिनों में अस्पताल की ओपीडी में करीब 500 मरीज हर दिन आते थे, वहीं इन दिनों इमरजेंसी में करीब 200 मरीज पहुंच रहे हैं।
इतने मरीजों का इलाज छोटी सी जगह में संभव नहीं हो पा रहा है। वर्ष 2019 में इसके मद्देनजर इमरजेंसी कॉम्प्लेक्स बनाने का फैसला किया गया था जो अब तक अधूरा है उसी के चलते अस्पताल में दो वर्षों से सेंट्रल ऐसी लगने का काम भी अटका है। भीषण गर्मी में मरीजों की तकलीफ उनके चेहरे से नजर आती है।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ सुधा वर्मा ने बताया कि अस्पताल में मरीजों के लिए इस साल नई सुविधाओं जोड़ी जानी थीं। नए सत्र में इमरजैंसी कॉम्लेक्स में नवनिर्मित लेबर रूम और ऑपरेशन थिएटर बनना था। इसके साथ ही गंभीर मरीजों के लिए आठ बेड का एचडीयू वार्ड प्रस्तावित था।
गर्मी और उमस से मरीजों को राहत देने के लिए अस्पताल में सेंट्रल ऐसी लगवाया जाना था इसी के साथ सभी बेड पर ऑक्सीजन की सप्लाई जोड़ने के लिए सेंट्रल गैस पाइपलाइन का प्रस्ताव भी भेजा गया है पर कोविड आपदा के बाद ये सभी कार्य अटके हैं हालांकि हमें डीएम ने अस्पताल में जगह की कमी को जल्द दूर करने का आश्वासन दिया है।