नई दिल्ली। टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली इंग्लैंड के खिलाफ 5 फरवरी से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज के दौरान राहुल द्रविड़ का एक अहम रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। विराट अगर इस सीरीज में 381 या इससे ज्यादा रन बनाते हैं, तो वे इंग्लैंड के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीयों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर आ जाएंगे। अभी नंबर-3 पर राहुल द्रविड़ काबिज हैं। सचिन तेंदुलकर पहले और सुनील गावस्कर दूसरे नंबर पर हैं।
19 टेस्ट में 1570 रन बनाए हैं विराट ने
विराट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में अब तक 19 मैचों में 49.06 की औसत से 1570 रन बनाए हैं। इसमें पांच शतक और पांच अर्धशतक शामिल हैं। विराट फिलहाल इंग्लैंड के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बैट्समैन में छठे स्थान पर हैं।
आखिरी 10 टेस्ट में बनाए 1,248 रन
विराट कोहली को इंग्लैंड के खिलाफ सफलता हासिल करने में लंबा समय लगा। इस प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ पहली दो सीरीज के नौ मैचों में विराट 20 की औसत से सिर्फ 322 रन बना सके थे। इसमें एक शतक शामिल था। लेकिन, 2016 में भारत में और 2018 में इंग्लैंड में खेली गई सीरीजों में विराट ने समीकरण पलट दिया। इन दो सीरीजों के 10 टेस्ट मैचों में उन्होंने 78 की औसत से 1248 रन बना दिए। इनमें चार शतक और पांच अर्धशतक शामिल हैं।
विराट को सबसे ज्यादा बार आउट करने वाले टॉप-5 बॉलर्स में तीन इंग्लैंड के
इंग्लैंड के खिलाफ करियर के शुरुआती मैचों में विराट की विफलता का कारण जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे गेंदबाज रहे हैं। इन दोनों ने विराट को पांच-पांच बार आउट किया है। विराट को इससे ज्यादा बार सिर्फ ऑस्ट्रेलिया के नाथन लॉयन (सात बार) ने आउट किया है।
ऑस्ट्रेलिया के पैट कमिंस ने भी विराट को पांच बार आउट किया है। वहीं, इंग्लैंड के आदिल राशिद ने उन्हें चार बार आउट किया। यानी विराट को टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार आउट करने वाले टॉप-5 गेंदबाजों में से तीन इंग्लैंड के हैं।
चेपक में विराट के नाम एक शतक, इंग्लैंड के खिलाफ फेल रहे थे
भारत-इंग्लैंड चार टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम (चेपक) में खेला जाएगा। विराट ने इस ग्राउंड पर दो टेस्ट मैचों में 61 की औसत से 122 रन बनाए हैं। यहां उन्होंने 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक जमाया था। इंग्लैंड के खिलाफ 2016 में खेले गए मैच में विराट फेल रहे थे और सिर्फ 15 रन बना सके थे। उस टेस्ट में करुण नायर ने तिहरा शतक जमाया था और टीम इंडिया ने पारी और 75 रन से जीत हासिल की थी।