नई दिल्ली। कांग्रेस 4 दिन बाद भी कर्नाटक का CM तय नहीं कर पाई है। इस बीच CM रेस में आगे कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आलाकमान के सामने तीसरा फॉर्मूला सामने रखा है। इनका कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सीएम बना दिया जाए।
डीके और सिद्धारमैया एक-दूसरे के नाम पर सहमत नहीं है। पिछले चार दिनों से लेकर पार्टी में बेंगलुरू से लेकर दिल्ली तक कई बैठकें हो चुकी हैं। सिद्धारमैया रेस में सबसे आगे चल रहे हैं। रविवार को हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सभी MLA ने नेता चुनने के लिए खड़गे को अधिकृत किया था। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने ऑब्जर्वर्स से सभी विधायकों से वन-टु-वन बात करने को कहा था। इनमें 80 से ज्यादा विधायकों ने सिद्धारमैया के फेवर में वोट किया था।
पहले पढ़िए 3 फॉर्मूला को
- पहला: सिद्धारमैया को पहले ढाई साल तक सीएम बना दीजिए। फिर ढाई साल बाद कुर्सी डीके को दी जाए। लेकिन दोनों इस पर सहमत नहीं है।
- दूसरा: सिद्धारमैया को सीएम बना दिया जाए। डीके को पीसीसी के चीफ के अलावा दो बड़े मंत्रालय दिए जाएं।
- तीसरा फॉर्मूला, जो इन दोनों ने आलाकमान के सामने रखा। अगर बात नहीं बनती है तो हम खड़गे को सीएम बना दीजिए। लोकसभा चुनाव के बाद फिर फैसला लिया।
कुछ देर में राहुल के साथ बैठक
इस बीच खबर आ रही है कि खड़गे और राहुल की कुछ देर में बैठक होने जा रही है। इसमें डीके और सिद्धारमैया और प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला भी मौजूद रहेंगे। इसी में सभी तीनों फॉर्मूलों पर बात होगी। इसके बाद सोनिया फाइनल फैसला लेंगी।
मामला कहां अटक रहा है … दोनों के समर्थक अड़े
सूत्रों के मुताबिक, CM पद की रेस में सिद्धारमैया भारी पड़ रहे हैं। पर्यवेक्षकों के कराए गए गुप्त मतदान में अधिकांश विधायकों ने सिद्धारमैया के पक्ष में मुहर लगाई। दोनों नेताओं को एकमत करने में इतनी दिक्कत नहीं हो रही, जितनी समर्थकों को समझाने में हो रही है। दोनों के ही समर्थक पीछे हटने को तैयार नहीं हो रहे हैं।
सिद्धारमैया कुरुबा समाज से हैं। बेंगलुरु में ये समाज उन्हें सीएम बनाने के लिए प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहा है। उधर, डीके वोक्कालिगा समुदाय से हैं। ये इस समाज के लोग भी डीके समर्थन में प्रदर्शन करने वाले हैं।
अब जानिए मंगलवार का घटनाक्रम…
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के आवास 10, राजाजी मार्ग पर मंगलवार को दिनभर मीटिंग होती रहीं। पहले राहुल गांधी उनके घर पहुंचे। फिर कर्नाटक के नवनिर्वाचित विधायकों ने भी मुलाकात की। शिवकुमार और सिद्धारमैया शाम को मिलने पहुंचे।
दोपहर 12.30 बजे- राहुल गांधी ने खड़गे से मुलाकात की
राहुल गांधी मंगलवार दोपहर 12.30 बजे कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे से मिलने उनके घर पर पहुंचे थे। दोनों के बीच डेढ़ घंटे बात हुई। इस दौरान पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला मौजूद थे।
शाम 5.30 बजे- डीके शिवकुमार ने खड़गे से एक घंटे चर्चा की
डीके शिवकुमार मंगलवार शाम 5.30 बजे खड़गे से मिलने पहुंचे। सूत्रों के अनुसार उनको 6.30 बजे बुलाया गया था, लेकिन वे एक घंटा पहले ही पहुंच गए। दोनों के बीच करीब एक घंटे तक चर्चा चली। मुलाकात के बाद वे बिना मीडिया से बात किए निकल गए।
शाम 6:30 बजे- सिद्धारमैया और खड़गे के बीच डेढ़ घंटे मुलाकात
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी खड़गे के घर पहुंचे। वे करीब डेढ़ घंटे तक वहां रहे। पहले चर्चा थी कि डीके-सिद्धारमैया को आधे-आधे कार्यकाल का CM बनाया जाएगा, लेकिन दोनों नेता 50-50 फॉमूले से सहमत नहीं थे।
डीके ने कहा- मैं ना धोखा दूंगा और ना ही ब्लैकमेल करूंगा
डीके शिवकुमार ने मंगलवार सुबह बेंगलुरु में कहा, ‘हम सब एक हैं। हम 135 हैं। मैं किसी को डिवाइड नहीं करना चाहता। वे भले ही मुझे पसंद करें या नहीं। मैं एक जिम्मेदार व्यक्ति हूं। मैं धोखा नहीं दूंगा और ना ही ब्लैकमेल करूंगा। हमने कांग्रेस पार्टी को बनाया, हमने इस घर को बनाया। मैं इसका हिस्सा हूं।’
उन्होंने कहा, ‘एक मां अपने बच्चे को सब कुछ देती है। सोनिया गांधी हमारी आदर्श हैं। कांग्रेस हर किसी के लिए परिवार की तरह है। हमारा संविधान बेहद महत्वपूर्ण है और हमें सभी के हितों की रक्षा करनी है। लोकसभा में 20 सीट जीतना हमारा अगला लक्ष्य है।’ 13 मई को चुनाव का परिणाम आने के बाद से अब तक कांग्रेस CM का ऐलान नहीं कर सकी है।