लखनऊ। राजधानी लखनऊ में बुधवार को सदर तहसील में वकीलों ने एक लेखपाल को बेरहमी से पीट दिया। आरोप है कि लेखपाल को जान से मारने की धमकी भी दी गई। वकील गलत काम कराने के लिए दबाव बना रहे थे।
अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी कार्रवाई न होने से नाराज लेखपालों ने तहसील में धरना शुरू कर दिया है। लेखपालों की मांग है कि सरकारी काम में बाधा डालने, मारपीट करने वाले आरोपी वकीलों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। जब तक कार्रवाई नहीं होगी तब तक धरना जारी रहेगा।
जमीन की पैमाइश कराने को लेकर वकील बना रहे थे दबाव
बीकेटी (बख्शी का तालाब) क्षेत्र के लेखपाल प्रिंस राज का कहना है कि, मारपीट करने वाले वकील एक जमीन की पैमाइश कराने को लेकर बहुत दिनों से दबाव बना रहे थे। आज तहसील मुख्यालय पर मीटिंग थी। इसमें शामिल होने के लिए तहसील आया था। उप जिलाधिकारी न्यायालय के सामने गाड़ी के सामने खड़े वकील अपने चार/पांच साथियों के साथ आ गए। जबरदस्ती गाड़ी के अंदर आकर पीटने शुरू कर दिया। जिससे काफी चोटें आई हैं।
मारपीट के दौरान लोगों से बचाव के लिए गुहार लगाई और 112 पर सूचना दी। चिल्लाने पर तहसील में उपस्थित लेखपाल व नायब तहसीलदार आकर जान बचाई। पीड़ित लेखपाल का कहना आरोपी वकील कई दिनों से एक जमीन की पैमाइश करने को लेकर दबाव बना रहा था।
लेखपाल ने एसडीएम सदर को पत्र लिखकर पूरे मामले में कार्रवाई करने की मांग की है। लेखपाल का कहना है कि वकीलों के द्वारा अनैतिक कार्य करने के दबाव बना रहे थे। न करने का विरोध किया तो आज मेरे साथ मारपीट की गई। मारपीट से आक्रोशित दो दर्जन से ज्यादा संख्या में लेखपाल तहसील परिसर काम ठप्प करके कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं।