लखनऊ। बीते कुछ दिनों कांग्रेस पार्टी को लेकर एक सवाल जहन में सबके हैैं कि कांग्रेस का नया अध्यक्ष कौन होगा। राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष हो सकते हैं, ये कयास बीते कुछ महीनों से लगाया जा रहा है लेकिन अभी तक राहुल गांधी ने इस पर खुलकर बात नहीं की है।
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए बेहद कम दिन का वक्त बचा है। हालांकि राहुल गांधी के चुनाव लडऩे को लेकर अभी तस्वीर साफ नहीं हो पायी है।
पार्टी ने एलान किया था कि 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच संगठन के चुनाव होंगे, लेकिन कई कोशिशों के बावजूद राहुल गांधी की तरफ से अभी कोई स्थिति स्पष्ठï नहीं की गई है।
माना जा रहा है कि उन्हें अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लडऩे के लिए मनाने में विफल रहे हैं, जिससे चुनाव में देरी हो सकती है। राहुल गांधी ने खुद भी अभी तक चुनाव लडऩे को लेकर अभी तक कुछ तय नहीं किया है।
उधर देश के जाने-माने न्यूज चैनल के एक विशेष कार्यक्रम में मध्य प्रदेश राज्य के पूर्व सीएम कमलनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उनसे पूछा गया कि अगर राहुल नहीं तो क्या प्रियंका गांधी को अध्यक्ष बनना चाहिए। इसपर उन्होंने कहा कि बेशक। ये पार्टी को तय करना है, उन्हें तय करना है, लेकिन वह खुद अच्छी लीडर हो सकती हैं।
राहुल गांधी को लेकर कमलनाथ ने कहा कि हमें याद रखना चाहिए कि राहुल गांधी राजनीति में बदलाव का प्रतिनिधित्व करते हैं, नई सोच का प्रतिनिधित्व करते हैं. इसलिए लोग उन्हें अजीब कहते हैं, लेकिन वे अजीब हैं नहीं। उनके पास राजनीति में नए विचार हैं, ने आइडिया हैं, ये ज़रूरी चीज हैं. इन आइडिया को आपनाने में समय लगेगा, लेकिन इन्हें अपनाया जाएगा।
पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था और इसके बाद से सोनिया गांधी पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रही हैं, लेकिन अब सोनिया गांधी समेत कांग्रेस के ज्यादातर नेताओं की राय है कि 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए राहुल गांधी को अध्यक्ष पद संभालना चाहिए, हालांकि राहुल गांधी की तरफ से इस पर ‘हां’ का इंतजार है.
सूत्रों के हवाले मिली जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी को इस बात के लिए काफी प्रेरित किया गया कि वे कांग्रेस अध्यक्ष पद की भूमिका स्वीकार कर लें, लेकिन कोई भी कोशिश सफल नहीं हो सकी. 2019 के आम चुनाव में हार के बाद इस्तीफा देने के बाद से पार्टी सदस्यों की अपील को ठुकराते हुए, राहुल अपने ना पर अड़े रहे है।
इस नेता पर सभी का ध्यान केंद्रित
सोनिया गांधी ने भी पार्टी अध्यक्ष की कुर्सी संभालने से इनकार कर दिया है. सूत्रों ने कहा कि सोनियां गांधी के इस फैसले ने सभी का ध्यान अब प्रियंका गांधी वाड्रा पर केंद्रित कर दिया है क्योंकि 136 साल पुराने संगठन के अधिकांश सदस्य अभी भी यही चाहते हैं कि पार्टी की अगुवाई गांधी परिवार का ही कोई सदस्य करे, लेकिन इस साल के उत्तर प्रदेश चुनावों में प्रियंका का रिकॉर्ड बेहद खराब रहा और यह कई लोगों के दिमाग में है.
बता दे कि रविवार 21 अगस्त से शुरू होने वाले कांग्रेस के अध्यक्ष चुनाव के कार्यक्रम पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं. पार्टी ने आधिकारिक तौर पर अध्यक्ष पद को लेकर बने गतिरोध पर अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है. कांग्रेस के दिग्गज नेता भक्त चरण दास ने कहा, ‘हां, राहुल गांधी ने कहा है कि उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है, लेकिन हम उन पर काम कर रहे हैं और उनसे पदभार संभालने का अनुरोध कर रहे हैं. उन्हें हमें बताना होगा कि अगर वे पद नहीं संभालेंगे, तो फिर इस कुर्सी पर कौन बैठेगा. फिलहाल अध्यक्ष पद को लेकर असमंजस बना हुआ है. कई सालों के बाद भी अभी तक कोई चेहरा स्लेक्ट नहीं हुआ है.