नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के बेकाबू होते हालात को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की ओर से रविवार को बुलाई गई बैठक शुरू हो गई है। गृहमंत्रालय में हो रही बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया समेत गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। इतना ही नहीं राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारी भी बैठक में मौजूद हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शनिवार को कोरोना के हालात पर समीक्षा बैठक की थी। इसमें शाह, डॉ. हर्षवर्धन, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य सचिव, आईसीएमआर के डायरेक्टर और एम्पावर्ड ग्रुप के सदस्य शामिल हुए। बैठक के बाद पीएमओ ने बताया कि देश में कोरोना के दो तिहाई मामले 5 राज्यों में हैं। बड़े शहरों में ज्यादा संक्रमण फैल रहा है।
इससे पहले, शनिवार को केजरीवाल सरकार ने 10 से 49 बेड की कैपेसिटी वाले सभी मल्टीस्पेशलिटी नर्सिंग होम को कोविड-19 नर्सिंग अस्पताल घोषित कर दिया। सरकार के मुताबिक, ऐसे सभी नर्सिंग होम को 3 दिन के अंदर कोविड मरीजों को एडमिट करने के लिए खुद को तैयार करना होगा। अगर ऐसा नहीं किया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने रविवार सुबह ट्वीट कर कहा, ‘राज्य सरकार के इस फैसले से 5000 से ज्यादा बेड कोरोना मरीजों के लिए मिल सकेंगे। कुछ दिनों में हमारे अफसर नर्सिंग होम के मालिक से बात कर उनकी समस्याओं को भी दूर करेंगे।’
दरअसल दिल्ली में शनिवार को लगातार दूसरे दिन दो हजार से अधिक संक्रमण के मामले सामने आए। वर्तमान में राज्य में संक्रमितों की संख्या 39 हजार के करीब पहुंच गई है। इसी के मद्देनजर गृहमंत्री शाह ने यह बैठक बुलाई है। कोरोना से बदतर होते हालात को लेकर शाह दिन में दूसरी बैठक भी करेंगे, जो शाम पांच बजे होगी। इस बैठक में दिल्ली नगर निगम के सभी मेयर मौजूद रहेंगे। इसमें मुख्यमंत्री केजरीवाल और उपराज्यपाल बैजल भी शामिल होंगे।
इससे पहले कोरोना संक्रमण के बिगड़ते हालात को लेकर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने केंद्रीय गृहमंत्री से मुलाकात की थी। उस दौरान दोनों नेताओं के बीच वर्तमान हालात को लेकर काफी चर्चा हुई। तब केंद्र ने हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया था। माना जा रहा है कि आज की बैठक इसी कड़ी का अगला चरण हो। केंद्र सरकार दिल्ली में हालात को संभालने के लिए सक्रिय दखल देने का फैसला ले सकती है।