नई दिल्ली। इस समय जब ऑटोमोबाइल उद्योग का विद्युतीकरण भारतीय बाजार में थोड़ा धीमा है, विशेष रूप से यूरोप और अमेरिका की तुलना में, उस दिशा में प्रगति लगातार हो रही है। इस समय जब हम अभी भी कुछ पैसेंजर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लॉन्च का इंतजार कर रहे हैं, सोनालिका ने आगे बढ़कर भारत के पहले इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर – टाइगर इलेक्ट्रिक को पेश किया है।
4 घंटे में होगा फुल चार्ज
सोनालीका टाइगर इलेक्ट्रिक को उसी ट्राइड एंड टेस्टेड प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है जो उसके रेगुलर ट्रैक्टर में मिलते हैं। टाइगर इलेक्ट्रिक के पावरट्रेन में IP65 प्रोटेक्शन के साथ 25.5 किलोवाट, नैचुरल कूलिंग, कॉम्पैक्ट बैटरी शामिल है। बैटरी को रेगुलर होम सॉकेट से 10 घंटे में और फास्ट चार्जर का उपयोग करके केवल 4 घंटे में चार्ज किया जा सकता है, जो फ्यूल पंपों के चक्कर लगाने की आवश्यकता को समाप्त करता है।
24.93kmph की टॉप स्पीड मिलेगी
जर्मनी में तैयार किए गए Etrac इलेक्ट्रिक मोटर में जीरो आरपीएम पर भी हाई पीक टॉर्क प्रदान करने में सक्षम है, जो इसे फील्ड ऑपरेशन के लिए उपयुक्त बनाता है। कंपनी का दावा है कि इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर की रनिंग कॉस्ट एक डीजल ट्रैक्टर को चलाने की लागत से 1/4th है। कंपनी का दावा है कि- इसमें 24.93kmph की टॉप स्पीड मिलती है, और दो टन ट्रॉली का संचालन करते समय एक फुल बैटरी चार्ज 8 घंटे तक की चल सकती है।
पंजाब के होशियारपुर प्लांट में बनाया जाएगा
- सोनालिका ग्रुप के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर, श्री रमन मित्तल ने कहा, “जैसे-जैसे दुनिया पर्यावरण के अनुकूल पहलों की ओर बढ़ रही है, सेगमेंट भर के इलेक्ट्रिक वाहनों को उत्सुकता से उन वाहनों के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है, जो ईंधन पर चलते हैं। सोनालिका का फील्ड रेडी टाइगर इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर हमारी प्रतिबद्धता है कि हम कल एक हरियाली के प्रति भारत के अभियान को तेज करें और 2030 तक ईवी को शुरू करने के भारत सरकार के महत्वाकांक्षी कदम के अनुरूप रहें।”
- निर्माता ने यह भी कहा है कि यह वैश्विक बाजारों से भारत में लेटेस्ट इनोवेशन को लाने, कृषि उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए तकनीकी विकास प्रदान करना चाहता है। टाइगर इलेक्ट्रिक को पंजाब में ब्रांड के होशियारपुर प्लांट में निर्मित किया जाएगा, जो इसे एक सच्चा मेक इन इंडिया प्रोडक्ट बनाता है।
सोनालिका टाइगर इलेक्ट्रिक की बुकिंग देश भर में ओपन हो चुकी है। इसे 5.99 लाख रुपए के काफी अफोर्डेबल प्राइस के साथ उतारा गया है, जो रनिंग कॉस्ट को भी कम करेगा। नया ई-ट्रैक्टर निश्चित रूप से एक अत्यंत व्यावहारिक विकल्प की तरह लगता है, जो पर्यावरण के लिए भी बेहतर है।