-मुख्यमंत्री ने 260.02 करोड़ रुपये की गृह विभाग की 144 परियोजनाओं का किया लोकार्पण
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पांच साल पहले उत्तर प्रदेश की गिनती देश के बीमारू राज्यों में होती थी। विकास की कोई सोच नहीं थी। कानून व्यवस्था बदतर थी। आए दिन प्रदेश में दंगे होते थे। प्रदेश में व्यापारी, महिला, नौकरी पेशा, किसान, श्रमिक अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करते थे।
2017 में हमारी सरकार बनने के बाद जब मैंने 20 मार्च को गृह विभाग का निरीक्षण किया तो धूल से सनी फाइलों का ढेर था। इसके बाद हमारी सरकार ने पुलिस के आधुनिकीकरण की दिशा में कदम बढ़ाया और इसके लिए छह हजार करोड़ रुपये का बजट जारी किया। इससे सेफसिटी और सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट को बढ़ावा मिला।
मुख्यमंत्री योगी बुधवार को राजधानी में 260.02 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुई पुलिस की 144 आवासीय और अनावासीय परियोजनाओं के लोकार्पण के अवसर पर पुलिस कर्मियों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस दुनिया का सबसे बड़ा पुलिस बल है, लेकिन पूर्ववर्ती सरकारों ने इसके आधुनिकरण की दिशा में कोई कार्य नहीं किया बल्कि प्रदेश में पीएसी की 54 कंपनी समाप्त कर दी थी।
प्रदेश में एक भी महिला बटालियन और एसडीआरएफ का गठन नहीं किया। हमारी सरकार ने इस दिशा में कार्य करते हुए प्रदेश में एसएसएफ, तीन महिला बटालियन और एसडीआरएफ की तीन बटालियन का गठन किया।
उन्होंने कहा कि 24 से 25 करोड़ की आबादी के हिसाब से प्रदेश में डेढ़ लाख पुलिस बल की कमी थी। हमारी सरकार आने बाद प्रदेश में एक लाख 62 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती करने के साथ उन्हें अच्छी ट्रेनिंग दी गई। इसके अलावा हमने प्रदेश में बेहतर पुलिसिंग के लिए बड़े शहरों लखनऊ, कानपुर, नोएडा और बनारस में पुलिस कमिश्नरेट की स्थापना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हमने सेफसिटी और सीसीटीएन का प्रदेश में प्रोजेक्ट लागू किया।
यूपी की कानून व्यवस्था बनी चुनावी मुद्दा
सीएम योगी ने यूपी पुलिस की प्रशंसा करते हुए कहा कि पुलिस बल की वजह से हमेशा सरकारें कटघरे में खड़ी रहती थीं। देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी प्रदेश की अच्छी कानून व्यवस्था चुनाव में मुद्दा बनी। बेहतर कानून व्यवस्था की वजह से सरकार को जनता का समर्थन मिला। देश भर के उद्यमियों और व्यपारियों ने बेहतर कानून व्यवस्था की वजह से प्रदेश में चार लाख करोड़ रुपये का निवेश किया।
अब सड़कों पर नहीं होते जुलूस और धार्मिक आयोजन
मुख्यमंत्री ने कहा कि धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतरवाना कोई साधारण काम नहीं था। यूपी पुलिस ने करके दिखाया है। धर्म स्थलों से माइक उतर गये। अब सड़कों पर जुलूस और धार्मिक कार्यक्रम नहीं होते हैं। पुलिस की अपराधियों में धमक बढ़ी है। पुलिस को सामान्य जन में सम्मान और विश्वास की भावना को और बढ़ाने की जरूरत है।
18 साइबर थाने प्रदेश में संचालित
प्रदेश में पहले दो साइबर थाने क्रियाशील थे। अब रेंज स्तर पर 18 साइबर थाने चल रहे हैं। इनमें दर्ज हुए 1012 अपराधों में से 379 मामलों में खुलासा हो चुका है। 700 से अधिक साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। 68.69 करोड़ रुपये की धनराशि को खातों में सीज की गई है। साथ ही 6.40 करोड़ रुपये बरामद किए गए हैं।