कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में थाना भोगनीपुर के अंतर्गत धर्मकांटा मैनेजर ब्रजेश पाल की 13 दिन पहले अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। घटना को अंजाम देने वाले बृजेश पाल के मित्र सुबोध सचान को पुलिस ने मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस सुबोध को घटनास्थल पर ले जा रही थी तभी अचानक उसने भागने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। इसमें सुबोध के पैर में गोली लगने से घायल हो गया, जिसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया। इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस के अनुसार, 17 जुलाई को थाना भोगनीपुर के चौरा गांव निवासी धर्मकांटे के मैनेजर बृजेश पाल का अपहरण हो गया था। बृजेश के अपहरण के बाद हत्या में उसके दोस्त सुबोध सचान को गिरफ्तार किया गया था। हत्या में इस्तेमाल किए गए सामान की बरामदगी के लिए पुलिस देर रात घटनास्थल पर ले गई थी जहां अचानक सुबोध ने पुलिसकर्मी से बंदूक छीन कर भागने का प्रयास किया। इसी दौरान पुलिस और सुबोध के बीच मुठभेड़ हो गई।
आरोपी ने पुलिस की बंदूक छीनकर भागने का प्रयास किया
एसपी अनुराग वत्स ने बताया कि हत्यारोपी सुबोध ने पुलिस से बंदूक छीनकर भागने का प्रयास किया। पुलिस टीम के द्वारा रोके जाने पर उसने गोली चला दी। जिसके चलते पुलिस टीम और हत्यारोपी के बीच मुठभेड़ हो गई।
यह है मामला
उत्तर प्रदेश के बर्रा इलाके में रहने वाले लैब टेक्नीशियन की अपहरण के बाद हत्या का मामला शांत ही नहीं हुआ था कि कानपुर देहात के भोगनीपुर में भी ऐसी ही घटना सामने आई है। यहां से अपहृत बृजेश पाल का शव मंगलवार की शाम कान्हाखेड़ा के एक सूखे कुएं से बरामद हुआ है। यह शव युवक के दोस्त की निशानदेही पर मिला है। पुलिस का कहना है कि दोस्त ने ही बृजेश का अपहरण कर 20 लाख की फिरौती मांगी और उसकी हत्या कर दी थी।