हरिद्वार। निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी आशुतोषानंद गिरी ने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री का समर्थन किया है। कहा कि उनके में कोई कमी नहीं है। वह एक सिद्ध संत हैं। वाराणसी में एक कार्यक्रम के दौरान आशुतोषानंद ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री पर सवाल उठाने वाले नागपुर के श्याम मानव जी, जरां बताएं आपका धर्म क्या है? पहले यही क्लियर करें। ईसाई मिशनरियों से क्यों नहीं सवाल-जवाब करते हैं।
उन्होंने श्याम मानव की संस्था अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति की जांच की मांग की। कहा कि उसका रजिस्ट्रेशन रद्द करना चाहिए। आशुतोषानंद ने कहा कि कि बाबाओं को गिरा दिया जाए, तो हिंदू धर्म बदनाम हो जाएगा। जितने भी विधर्मी आए उन सबने सबसे पहले हमारे धर्म का ही विनाश किया। धर्म की गति को रोकने के लिए उसके प्रचारक को रोक दिया जाए।
हिंदुओं को व्यास पीठ से पुलिस करती है गिरफ्तार
महामंडलेश्वर ने कहा कि मिशनरियों पर सैकड़ों FIR दर्ज हैं, मगर किसी की हिम्मत नहीं कि गिरफ्तार कर पाए। हिंदुओं में कहीं से कोई FIR हो जाए, तो पुलिस व्यास पीठ से ही सन्यासी को गिरफ्तार कर लेती है। पहले व्यास पीठ का धार्मिक कार्यक्रम तो पूरा हो जाने दीजिए। भारत में सनातनियों के साथ ही ऐसा होता है। यह सब कुछ ईसाई मिशनरी के तहत हो रहा है। यह षडयंत्र है। इनका उन्मूलन होना चाहिए।
तंत्र शास्त्र में वैज्ञानिकता है
महामंडलेश्वर ने कहा कि तंत्र शास्त्र झूठा नहीं है। यह बिल्कुल वैज्ञानिक है। जो संत पढ़-लिखकर सिद्ध हुआ है। उसे आप फर्जी नहीं कह सकते। धीरेंद्र शास्त्री मुझे कहीं से भी गलत नहीं दिखते हैं। सरकार ये अनुरोध है कि अनधिकृत व्यक्ति को हिंदुओं पर टीका-टिप्पणी करने से रोका जाए। जो व्यक्ति सनातन धर्म नहीं है, उसे हम पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है।
अंध विश्वास वह है, जो बिना देखे करें भरोसा
महामंडलेश्वर ने कहा कि अंध विश्वास उसे कहते हैं जो बिना देखे भरोसा कर लें। तंत्र शास्त्र वैदिक विज्ञान है। खुली आंखों से सबकुछ आजमा लें। धीरेंद्र शास्त्री कहते हैं कि मैं जो करता हूं, वह हर कोई आकर देख सकता है। जो व्यक्ति माइंड पढ़ लेता है उसके लिए ये सब कोई बड़ी हैरानी की बात नहीं होनी चाहिए।