अलीगढ़। उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ के गोंडा थाने में बुधवार को इगलास सीट से भाजपा विधायक राजकुमार सहयोगी और थानेदार अनुज सैनी के बीच मारपीट हुई थी। विधायक ने आरोप लगाया था कि थानाध्यक्ष ने अपने दो दरोगा के साथ मिलकर उनके कपड़े फाड़ दिए और मारपीट की। मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचा तो एएसपी ग्रामीण को हटा दिया गया, जबकि थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया। लेकिन गुरुवार को वायरल तीन वीडियो ने मामले में नया मोड़ ला दिया।
थानेदार ने जब सवाल किया कि मारपीट क्यों की? वर्दी क्यों फाड़ी? तो विधायक इस बात से भी इंकार करते हुए नहीं दिखे कि उन्होंने थानेदार को नहीं मारा है। विधायक ने यह भी कहा कि उन्होंने अब तक किसी मुसलमान की पैरवी नहीं की है।
विधायक ने कहा- आप मेरी सुन नहीं रहे तो क्या करूं?
वायरल वीडियो में एसओ अनुज सैनी और विधायक राजकुमार सहयोगी के बीच एक चबूतरे पर बैठकर बातचीत हो रही है। इसमें एसओ अनुज सैनी ने यह सवाल उठाया कि आपने थाने में आते ही मेरे साथ मारपीट क्यों शुरू की? इस पर विधायक सहयोगी कह रहे हैं कि सैनीजी आप मेरी बात सुनिए कि आपने जब से थाने का चार्ज लिया है एक भी काम नहीं हो रहा कार्यकर्ता या मेरे कहने पर। लूट-खसोट हो रही है। मेरी सिफारिश के बाद हर बात में आप फैसला कराते हो। 5 हजार लेकर 20 हजार लेकर फैसला कर आते हो। आप पकड़ कर लाने के नाम पर, पेट्रोल के नाम पर जुर्माना लेते हो।
थानेदार ने फिर अपना सवाल दोहराया तो विधायक ने कहा कि आप मेरे कार्यकर्ता की बात नहीं सुन रहे हैं। आप हमारी बात नहीं सुन रहे हो तो क्या करें? हमने बदतमीजी शुरू नहीं की। अब आप जो चाहो वो करें। मुझे अपना कर्तव्य पता है। एसओ ने एक मुस्लिम को छोड़ने के लिए विधायक पर दबाव बनाने की बात कही तो विधायक इस बात को नकारने लगे। उन्होंने कहा कि मैंने किसी मुस्लिम की पैरवी नहीं की। न ही किसी मुसलमान की पैरवी करता हूं।
यह है पूरा मामला
दरअसल, गोंडा थाना क्षेत्र के रहने वाले विश्व हिंदू परिषद के एक कार्यकर्ता रोहित वार्ष्णेय के साथ दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने मारपीट की थी। इस मामले में थानाध्यक्ष गोंडा ने कार्यकर्ता के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। इस बात की जानकारी जब विधायक राजकुमार सहयोगी को हुई तो वह थाना गोंडा में बात करने के लिए पहुंच गए। विधायक गोंडा थाने की पुलिस पर लगातार पैसा लेकर कार्य करने का आरोप लगाते रहे। इसके बाद मामला तूल पकड़ गया। विधायक का आरोप है कि एसओ ने अपने साथियों के साथ मिलकर विधायक के साथ मारपीट कर दी। विधायक के कपड़े फाड़ दिए। इसमें एसओ अनुज के साथ दो दरोगा विवेक और देवेंद्र हैं।