नई दिल्ली। देश के वर्तमान उपराष्ट्रपति व राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है। इस बीच वर्तमान उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को आज संसद भवन में विदाई दी गई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राज्यसभा में कहा कि आज हम सब यहां सभापति और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू को उनके कार्यकाल के समापन पर धन्यवाद देने के लिए मौजूद हैं। यह इस सदन के लिए बहुत ही भावुक क्षण है। सदन के कई ऐतिहासिक क्षण आपकी गरिमामयी उपस्थिति से जुड़े हैं।
राज्यसभा में पीएम मोदी ने कहा कि आपने कई बार कहा है कि मैं राजनीति से संन्यास ले चुका हूं लेकिन सार्वजनिक जीवन से नहीं थक रहा हूं। इसलिए इस सदन के नेतृत्व करने की आपकी जिम्मेदारी अब समाप्त हो गई है। लेकिन देश के साथ-साथ सार्वजनिक जीवन के कार्यकर्ता को आपके अनुभवों का लाभ मिलता रहेगा।
राज्यसभा में पीएम मोदी ने कहा कि हम इस बार ऐसा स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं, जब देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, अध्यक्ष और प्रधानमंत्री वे सभी लोग, जो स्वतंत्र भारत में पैदा हुए हैं और ये सभी बहुत ही सामान्य पृष्ठभूमि से हैं। मुझे लगता है कि इसका प्रतीकात्मक महत्व है। राज्यसभा में PM मोदी ने कहा कि अगर हमारे पास देश के लिए भावनाएं हों, बात कहने की कला हो, भाषा की विविधता में आस्था हों तो भाषा, क्षेत्र हमारे लिए कभी भी दीवार नहीं बनती हैं, ये वेंकैया नायडू ने सिद्ध किया है।
राज्यसभा में पीएम नरेन्द्र मोदी ने उपराष्ट्रपति की तारीफ करते हुए कहा कि आपके वन-लाइनर्स विट-लाइनर्स हैं। वे विन-लाइनर भी हैं। इसका मतलब है कि उन पंक्तियों के बाद और कुछ कहने की जरूरत नहीं है। आपका हर शब्द सुना जाता है, पसंद किया जाता है और सम्मानित किया जाता है और कभी भी काउंटर नहीं किया जाता है।
उन्होंने आगे कहा कि निजी तौर पर यह मेरा सौभाग्य रहा है कि मैंने आपको अलग-अलग भूमिकाओं में करीब से देखा है। मुझे भी उन कुछ भूमिकाओं में आपके साथ काम करने का सौभाग्य मिला। एक पार्टी कार्यकर्ता के रूप में आपकी वैचारिक प्रतिबद्धता हो, एक विधायक के रूप में आपका काम हो, एक सांसद के रूप में सदन में आपकी गतिविधि हो, पार्टी प्रमुख के रूप में आपका नेतृत्व, कैबिनेट में आपकी कड़ी मेहनत, या उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति के रूप में आपका काम, मैंने आपको अपनी सभी भूमिकाओं में निष्ठापूर्वक काम करते देखा है। आपने कभी किसी काम को बोझ नहीं माना, हर काम में एक नई जान फूंकने की कोशिश की है।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की राज्यसभा से विदाई के अवसर पर कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि आपने सभी प्रमुख राज्यों में उच्च सदनों के लिए राष्ट्रीय नीति की वकालत की थी। आपने महिला आरक्षण विधेयक और अन्य मुद्दों पर आम सहमति की भी बात की।
मुझे विश्वास है कि आप जो अधूरा छोड़ रहे हैं, उसे सरकार पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि हम दो अलग-अलग विचारधाराओं के लोग हो सकते हैं। मुझे आपसे कुछ शिकायतें भी हो सकती हैं लेकिन यह उनके बारे में बात करने का समय नहीं है। आपने इतनी मुश्किल और दबाव में भी अपनी भूमिका निभाई, इसके लिए मैं आपका धन्यवाद करता हूं।
बता दें कि 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित घोषित किए जाने के एक दिन बाद धनखड़ ने रविवार को वर्तमान उपराष्ट्रपति नायडू से मुलाकात की थी। धनखड़ और उनकी पत्नी सुदेश का उप-राष्ट्रपति निवास में नायडू और उनकी पत्नी उषा नायडू ने स्वागत किया। इस दौरान वेंकैया नायडू ने अपने उत्तराधिकारी को ‘अंग वस्त्र’ भेंट किया। सूत्रों ने कहा कि उनकी बैठक 30 मिनट से अधिक चली और बाद में नायडू ने धनखड़ के साथ आवास और सचिवालय का दौरा किया।