लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधान परिषद के 12 सदस्यों का कार्यकाल 30 जनवरी को खत्म हो रहा है। ऐसे में बुधवार को राज्य चुनाव आयोग ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। 11 जनवरी से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी। पर्चा दाखिल करने की आखिरी तारीख 18 जनवरी है। जबकि 28 जनवरी को मतदान होगा।
इन नेताओं का पूरा हो रहा कार्यकाल
आगामी 30 जनवरी 2021 को विधानसभा क्षेत्र की परिषद में 11 सीटें रिक्त हो रही हैं। एक सीट नसीमुद्दीन सिद्दीकी की सदस्यता रद्द होने से पहले से ही रिक्त चल रही है। परिषद के सभापति रमेश यादव‚ उप मुख्यमंत्री व नेता सदन डॉक्टर दिनेश शर्मा‚ नेता विपक्ष अहमद हसन के साथ ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का कार्यकाल भी खत्म होगा।
इनके साथ ही आशू मलिक‚ रामजतन राजभर‚ वीरेंद्र सिंह‚ साहब सिंह सैनी‚ धर्मवीर सिंह अशोक‚ प्रदीप कुमार जाटव‚ लक्ष्मण प्रसाद आचार्य का कार्यकाल भी खत्म होगा।
चुनाव प्रक्रिया का शेड्यूल
प्रक्रिया | तारीख |
नामांकन शुरू | 11 जनवरी से |
नामांकन की आखिरी तारीख | 18 जनवरी |
नामांकन की स्क्रूटनी | 19 जनवरी |
नामांकन वापस लेने की तारीख | 21 जनवरी |
मतदान | 28 जनवरी (सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक) |
मतगणना | 28 जनवरी (शाम पांच बजे से) |
ये है विधान परिषद की सीटों का गणित
100 सदस्यों वाली विधान परिषद में अभी तीन सीटें रिक्त हैं। बीते दिनों शिक्षक और स्नातक क्षेत्र की कुल 11 सीटों पर चुनाव हुआ था। सदन में सपा के 50 सदस्य हैं। इनमें से छह सदस्य रिटायर होंगे। ऐसे में सपा सदस्यों की संख्या घटकर 44 रह जाएगी। विधानसभा में सपा की सदस्य संख्या के आधार पर इस पार्टी को चुनाव होने कर एक सीट का ही फायदा होगा। ऐसे में सदन में सपा की संख्या 45 हो सकेगी।
विधान परिषद में भाजपा के 25 सदस्य हैं। आगामी 30 जनवरी को उसके तीन सदस्य रिटायर होंगे। ऐसे में भाजपा की संख्या घटकर 22 रह जाएगी। विधानसभा में विधायकों की संख्या के आधार पर भाजपा को रिक्त होने वाली इस 11 सीटों के साथ ही पहले से रिक्त चल रही एक सीट यानी 12 सीटों में से भाजपा के खाते में दस सीटें तक आने की उम्मीद है। ऐसे में भाजपा की सदन में सदस्य संख्या 32 हो सकती है।