कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बीच किए गए नेक कामों के चलते सोनू सूद पर अब एक किताब लिखी गई है। इस किताब को पत्रकार मीना के अय्यर ने लिखा है। जिसका टाइटल ‘आई एम नो मसीहा’ (I Am No Messiah) है। किताब सोनू के नेक काम और उनके जीवन के अनुभवों पर बेस्ड है। सोनू ने खुद सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर इस किताब की जानकारी दी है।
वीडियो शेयर कर सोनू ने लिखा, मेरी किताब ‘आई एम नो मसीहा’ आ गई है। मेरी साइन की हुईं किताबें आपको मुंबई एयरपोर्ट स्थित BookScetra पर मिल जाएंगी। आप इसे ऑनलाइन ऑर्डर भी कर सकते हैं। यह किताब हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषा में उपलब्ध है।
प्रवासी मजदूरों को पहुंचाया था घर
लॉकडाउन के दौरान सोनू सूद ने मुंबई में फंसे प्रवासी मजदूरों को देश के दूर-दराज इलाकों में स्थित उनके घर तक पहुंचाने में मदद की थी। उन्होंने और उनकी टीम ने मजदूरों के लिए टोल फ्री नंबर और वॉट्सऐप नंबर जारी किए थे। सोनू ने मजदूरों के लिए बस, ट्रेन और चार्टर्ड फ्लाइट का इंतजाम भी कराया था। साथ ही फंसे हुए लोगों के खाने-पीने का इंतजाम भी किया था।
बाद में उन्होंने रोजगार मुहैया कराने वाले लोगों और संस्थाओं के साथ मिलकर प्रवासी मजदूरों के लिए नौकरी पोर्टल भी लॉन्च किया। उनका अगला लक्ष्य बुजुर्गों के घुटनों के ट्रांसप्लांट का है, जिसे वे 2021 में हासिल करना चाहते हैं।