प्योंगयांग। उत्तरी कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन ने अपनी नाकामी स्वीकारते हुए पांच साल में पहली बार पार्टी की कांग्रेस मीटिंग बुलाई है। इसमें किम की पॉलिसी की नाकामी के बीच अगले 5 साल के लिए विकास का खाका तैयार किया जाएगा। कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पार्टी के कार्यकर्ताओं की प्योंगयांग में मीटिंग शुरू हुई। इस दौरान हजारों प्रतिनिधि और ऑब्जर्वर भी मौजूद रहे।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अपने भाषण की शुरुआत में किम ने कहा कि हमें अपनी सफलताओं और जीत को आगे बढ़ाना चाहिए, जो हमने कड़ी मेहनत के बाद हासिल की है। हमें बीते दिनों मिले कुछ कड़वे अनुभवों से सबक भी लेना होगा।
इकोनॉमी को पटरी पर लाने का प्लान बनाया
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, किम ने देश की इकोनॉमी को पटरी पर लाने के लिए अगले पांच साल की एक योजना बनाई है, जिसके जरिए कोरोना से इकोनॉमी पर पड़े असर को सुधारा जाएगा। किम ने उत्तर कोरिया के मेटल, केमिकल, इलेक्ट्रिक और अन्य प्रमुख इंडस्ट्री के मौजूदा हालात को रिव्यू भी किया और भविष्य के लिए कुछ टास्क दिए। हालांकि इन टास्क को स्पष्ट नहीं किया गया है।
कई मुद्दों पर फेल हुए किम, इसलिए बैठक अहम
इस साल की पार्टी कांग्रेस इसलिए भी अहम है क्योंकि अपने नौ साल के शासनकाल में किम कई चुनौतियों के सामने फेल नजर आए हैं। कोरोना की वजह से अर्थव्यवस्था पर ब्रेक लगने से किम को तगड़ा झटका लगा है। बॉर्डर सील होना, प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान और अमेरिका ओर से लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से किम लगातार कमजोर साबित हो रहे हैं।
किम ने इन आपदाओं को खतरनाक बताया
मंगलवार को हुई इस बैठक में किम ने इन आपदाओं को सबसे खतरनाक बताया। इसके अलावा किम अमेरिका के प्रेसिडेंट-इलेक्ट जो बाइडेन के तहत अमेरिकी नीति पर भी नजर रखेंगे। आधिकारिक तौर पर कांग्रेस पार्टी की डिसिजन मेकिंग बॉडी है, जिसमें रोज किम और नजदीकी अफसर मिलकर कई अहम फैसले लेते हैं।
चीन बॉर्डर सील करने से इकोनॉमी लड़खड़ाई
पिछले एक साल से चीन बॉर्डर सील होने से उत्तर कोरिया भारी आर्थिक संकट से जूझ रहा है। चीन उसका सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है। सियोल के IBK इकोनॉमिक रिसर्च इंस्टीट्यूट के एनालिस्ट सोंग जाएगुक कु मुताबिक, पिछले साल के शुरुआती 11 महीनों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय ट्रेड में 79% की गिरावट दर्ज की गई थी।
पिछली बार 2016 में हुई कांग्रेस की मीटिंग
किम के शासनकाल में दूसरी बार पार्टी कांग्रेस की मीटिंग की जा रही है। इससे पहले 2016 में इसका आयोजन किया गया था, जोकि 4 दिन तक चली थी। वहीं, 1980 में 5 दिन और 1970 में यह 12 दिनों तक चली थी।