नई दिल्ली। भारत में रोजगार और खासकर सरकारी नौकरी पर अक्सर जोरदार बहस होती है। लगभग सभी सरकारें विपक्ष के निशाने पर रही हैं। हालांकि, कुछ ऐसे भी तथ्य हैं जो अलग कहानी बयां कर रही है। स्टेटिस्टा की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत का रक्षा मंत्रालय 29.2 लाख लोगों के नौकरी देने के साथ दुनिया का सबसे बड़ा नियोक्ता है। इनमें तीनों सेना के सभी विभाग की नौकरी को शामिल किया गया है।
स्टेटिस्टा इन्फोग्राफिक के अनुसार, भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के बाद अमेरिकी रक्षा विभाग का नंबर आता है। यहां 29.1 लाख लोगों को रोजगार दिया जाता है। आपको बता दें कि स्टेटिस्टा जर्मनी स्थित एक निजी संगठन है जो दुनिया भर में विभिन्न मुद्दों के बारे में डेटा और आंकड़े प्रदान करता है।
रिपोर्ट में कहा गया है, “दुनिया के सबसे बड़े नियोक्ताओं के लिए की गई रैंकिंग में भारत का रक्षा मंत्रालय शीर्ष पर है। यहां कुल कर्मचारियों की संख्या 29.2 लाख है। इसके बाद संयुक्त राज्य अमेरिका के रक्षा विभाग का नंबर आता है।” तीसरे स्थान पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी है। यहां 25 लाख लोगों को नौकरी दी जाती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनियों की बात करें तो दुनिया में सबसे अधिक कर्मचारी वॉलमार्ट के पास हैं। स्टेटिस्टा ने कहा, “अमेरिकी कंपनी ने 23 लाख लोगों को दी है। अमेज़ॅन के पास 16 लाख कर्मचारी है।”
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के अनुसार 2021 में संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, भारत, यूनाइटेड किंगडम और रूस ये पांच बड़े देश हैं जिन्होंने मिलकर 62 प्रतिशत राशि खर्च की है। 2021 में अमेरिका का सैन्य खर्च 801 अरब अमरीकी डॉलर था। वहीं, चीन ने अपनी सेना के लिए 293 अरब डॉलर आवंटित किे। भारत का 76.6 अरब डॉलर के साथ तीसरे स्थान पर है।