नई दिल्ली। न्यूजीलैंड ने भारत को 8 विकेट से हराकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया है। पांच दिनों तक मुकाबला बराबरी पर था, लेकिन छठे दिन यानी रिजर्व डे में कीवी टीम ने बाजी पलट दी। ग्राउंड पर धूप खिली हुई थी और पिच भी ड्राई थी। इसके बावजूद भारतीय बल्लेबाजों ने न्यूजीलैंड के पेस अटैक के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
इसके बाद कप्तान केन विलियम्सन (52 नाबाद) और रॉस टेलर (47 नाबाद) ने अच्छी साझेदारी कर न्यूजीलैंड को जीत दिला दी। दिग्गज कमेंटेटर पद्मश्री सुशील दोषी ने अपने पॉडकास्ट में बताया कि इस मैच में भारत की प्लेइंग-11 सही नहीं थी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि न्यूजीलैंड की टीम खेल के हर डिपार्टमेंट में भारत से बेहतर साबित हुई।
दो स्पिनर शामिल करने का कोई तुक नहीं था
दोषी ने कहा- जब पहले से पता था कि पिच और कंडीशंस से स्विंग और सीम बॉलिंग को मदद मिलेगी तो प्लेइंग-11 में दो स्पिनर शामिल करने का कोई तुक नहीं था। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में होने वाले मैच के लिए भुवनेश्वर कुमार जैसे गेंदबाज को मौका न देना बड़ी गलती कही जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थितियों में रफ्तार मायने नहीं रखती। बुमराह ने तेज रफ्तार से गेंदबाजी की कोशिश की, लेकिन वे रंग में नहीं दिखे।
ऐसी परिस्थितियों में महान नजर नहीं आते भारतीय बल्लेबाज
दोषी ने कहा- जब कंडीशंस स्विंग और सीम गेंदबाजी के अनुकूल हो तो भारतीय बल्लेबाज उतने महान नजर नहीं आते जितने वे आम तौर पर आते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय बल्लेबाजों ने मैच में जरूरी तकनीक और संकल्प का परिचय नहीं दिया।
तारीफ के हकदार हैं न्यूजीलैंड के कप्तान
दिग्गज कमेंटेटर ने बताया कि इस मैच में न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन का प्रदर्शन तारीफ के काबिल रहा है। उन्होंने दोनों पारियों में बताया कि यहां कैसी बल्लेबाजी की जरूरत थी। दोषी ने कहा कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल का मुकाबला कोई साधारण मैच नहीं है। इतने अहम मैच में कीवी टीम ने चैंपियन की तरह प्रदर्शन किया और वह जीत की हकदार थी।