लखनऊ. आगामी लोकसभा चुनाव में पश्चिमी उत्तर प्रदेश और सूबे का ब्रज क्षेत्र भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. बहुजन समाज पार्टी ( बसपा) के कमजोर होने के बाद से भाजपा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पश्चिम और ब्रज क्षेत्र में दलित वोट बैंक को साधकर विपक्ष का सफाया करने का लक्ष्य तय किया है.
इस टार्गेट को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पश्चिम उप्र के दो दर्जन से ज्यादा जिलों की कमान अपने हाथ में ली है. अब इन जिलों में दौरेकर सीएम योगी विपक्ष का सफाया करने में जुटेंगे.
उत्तर प्रदेश के पश्चिम और ब्रज में 27 लोकसभा सीटें हैं. इनमें से 20 सीटें भाजपा के पास है. पश्चिमी यूपी में समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के गठबंधन की चुनौती के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वहां पहले से अधिक सीटें हासिल करना चाहते हैं.
यही वजह है कि दोबारा यूपी की सत्ता पर काबिज होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहारनपुर-शामली और मुजफ्फरनगर का दौरा कर यह साफ कर दिया था कि अब आगामी लोकसभा चुनावों के लिए वह पश्चिम उत्तर प्रदेश में भाजपा के सामने किसी को टिकने नहीं देगे.
अपने इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए मुख्यमंत्री ने पार्टी संगठन के साथ मिलकर मिशन 2024 के लिए जो माइक्रो प्लान पर तैयार किया है. इस प्लान पर अमल शुरू हो गया है.
जिसके तहत सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी मंडल के साथ पश्चिमी यूपी की राजनीति को प्रभावित करने वाले सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ़ के साथ पूर्वांचल के आजमगढ़ मंडल की कमान खुद के पास रखी है. और अब सुशासन के उद्देश्य से शानदार प्रयोग करते हुए पश्चिम उत्तर प्रदेश तथा ब्रज क्षेत्र में सरकार की योजनाओं का लाभ गांव -गांव में लोगों तक पहुंचाया जा रहा है.
मुख्यमंत्री खुद हर माह पश्चिम यूपी और ब्रज क्षेत्र में दौरा कर जनता से संपर्क कर रहे हैं. भाजपा नेताओं का मत है कि पश्चिम यूपी और ब्रज क्षेत्र में मुख्यमंत्री तथा अन्य मंत्रियों एवं पार्टी पदाधिकारियों के मंडलों और जिलों में होने वाले दौरे, समीक्षा कार्यक्रमों, सरकारी योजनाओं के प्रगति की निगरानी करने जैसे की व्यवस्था पर अमल करने से जनता की समस्याओं का समाधान जल्द होगा. वहीं सरकार की योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को मिलेगा.
सरकार और संगठन के बीच नीचे तक समन्वय भी बनेगा. इस सोच के तहत पश्चिम यूपी तथा ब्रज क्षेत्र में बीते लोकसभा चुनावों में हारी सीटों सहारनपुर, बिजनौर, नगीना, संभल, मुरादाबाद और अमरोहा संसदीय क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इन संसदीय क्षेत्रों में भाजपा नेता घर घर संपर्क कर रहे हैं.
पार्टी नेताओं का दावा है कि उक्त सीटों को भाजपा की झोली में डालने के लक्ष्य के तहत कार्य हो रहा है और आगामी लोकसभा चुनावों में पश्चिम और ब्रज क्षेत्र में मुख्यमंत्री द्वारा तय किए गए विपक्ष का सफाया करने का टार्गेट पूरा कर लिया जाएगा.