पहाड़ बुलाते हैं ….

उन की खामोशी की आवाज़ आपके दिल में भी हुक उठाये तो मिल आइये न ——आप अपनी व्यस्त जिंदगी से कुछ समय सकून के साथ किसी ऐसे हिल स्टेशन पर गुजरना चाहते हैं जहां बड़े  बाजार, भीड़−भाड़, दुकानदारों की लूट और महंगाई न हो तो उनके लिए कसौली एक आदर्श जगह है। यहां संगठित क्रियाकलाप का पूर्णतया अभाव है।

इसलिए ऐसा लगता है मानो समय ठहर गया हो। शांति ही यहां की खासियत है। कुछ दिनों तक दुख−दर्द और तकलीफ को भुलाकर केवल आराम करने के लिए इससे अच्छी जगह नहीं हो सकती। कसौली चंडीगढ़ से मात्र 67 किलोमीटर की दूरी पर है।

कसौली की दो प्रमुख सड़कें हैं− अपर माल और लोअर माल। इन सड़कों के दोनों किनारों पर चीड़, ओक और देवदार के वृक्षों से घिरे मकान हैं। पुराने फैशन के ये हवादार मकान या तो सेना के अधिकारियों के हैं या फिर लम्बे समय से रह रहे वहां के निवासियों के। इस क्षेत्र में वाहन के आने का समय निर्धारित है जिसके कारण अन्य समय में पर्यटक स्वच्छंद रूप से वादियों का लुत्फ उठाते रहते हैं।

यहां की सबसे ऊँची जगह है ‘मंकी प्वाइंट’। मंकी प्वाइंट पर बना ‘हनुमान मंदिर’, कसौली के कोलोनियल आर्किटेक्ट की मिशाल क्राइस्ट बैप्टिस्ट चर्च, बाबा बालकनाथ मंदिर, शिरडी साईं बाबा मंदिर, सेंट्रल रिसर्च इंस्टीट्यूट, एयरफोर्स गार्ड स्टेशन, एशिया का सबसे ऊँचा टीवी टावर देखने लायक है।

कसौली से रात में शिमला की छटा देखते ही बनती है। असंख्य टिमटिमाती बत्तियों से दीप्तिमान यह शहर रात में किसी परीलोक से कम नहीं लगता। इससे थोड़ा नीचे सबातू और उसके दायीं ओर दंगराई तथा सनावर में टिमटिमाती बत्तियां जुगनुओं की उपस्थिति का भ्रम पैदा कर देती हैं। इसके दक्षिण में स्थित चंडीगढ़ तथा अंबाला की विस्तृत बिजलियां भी दिखती हैं। खुले और साफ मौसम में इन दृश्यों को दिन में भी देखा जा सकता है। यहां पर एक छोटा सा बाजार भी है जो सड़क की ढलान पर स्थित है।

देश का प्रसिद्ध लॉरेंस स्कूल यहां से 6 किलोमीटर दूर सोनावर में स्थित है। लॉरेंस स्कूल की स्थापना 17 अप्रैल 1847 को सर हेनरी एम. लॉरेंस ने की थी जो देश के सबसे पुराने स्कूलों में से एक है। इस स्कूल से कई हस्तियाँ और भारत के प्रसिद्ध व्यक्ति जुड़े हुए हैं। 139 एकड़ जमीन के बड़े क्षेत्र में फैले स्कूल के में बड़ा खेल का मैदान, भवन और हॉस्टल है।

प्रकृति के बीच स्थित पूरा क्षेत्र देवदार, शाहबलूत और चीड के जंगलों से घिरा हुआ है। संजय दत्त, सैफ अली खान, उमर अब्दुल्लाह, नेस वाडिया, मेनका गांधी आदि बहुत से हाई प्रोफाइल सेलेब्स हैं जो इस स्कूल से पढ़ चुके हैं। ये स्कूल अपने आप में बहुत ही खूबसूरत और बहुत ही एलीट स्कूल है।

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