इस्लामाबाद। आतंकवाद को लेकर एक बार फिर पाकिस्तान बेनकाब हुआ है। एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बचने की लगातार कोशिश में जुटे पाक की एक बार फिर से पोल खुल गई है। दुनिया की आंख में धूल झोख रहे पाकिस्तान की कलई खुल गई है। पाकिस्तान आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान में ही छिपा है।
रिपोर्ट के मुताबिक मसूद अजहर पाकिस्तान के बहावलपुर में रहता है, जिसकी सुरक्षा में पाकिस्तान के सुरक्षाबल तैनात रहते हैं। इससे एक बार फिर से यह सिद्ध हो गया है कि पाकिस्तान आतंकवाद का पनाहगाह है। आतंकवादियों के लिए पाकिस्तान की धरती स्वर्ग बनी हुई है।
तंग पाक के लिए ग्रे लिस्ट से निकलना अब मुश्किल
इस खुलासे के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पाकिस्तान के एफएटीएफ से बाहर निकलने की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। दुनिया के सामने अब यह सिद्ध हो गया है कि पाकिस्तान आतंकवाद पर कार्रवाई करने के बजाए उसका पालन पोषण करता है।
उसने अंतरराष्ट्रीय आतंकी अजहर को अपने ही घर में छिपा रखा है। पाकिस्तान कई बार एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर निकलने की कोशिश में जुटा है। ऐसे में यह खबर उसके लिए कतई शुभ नहीं हो सकती है। ग्रे लिस्ट से बाहर निकलने की पाकिस्तान की छटपटाहट यूं ही नहीं है।
कंगाल हो चुके पाकिस्तान आर्थिक संकट से जूझ रहा है। ग्रे लिस्ट में शामिल होने के कारण उसे करीब 38 अरब डॉलर यानी 27,52,76,18,00,000 रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है।
एक रिपार्ट में कहा गया है कि आतंकवादी अजहर पाकिस्तान के बहावलपुर में सुरक्षित है। उसका एक ठिकाना बहावलपुर में उस्मान-ओ-अली मस्जिद के पास और दूसरा अड्डा जामिया मस्जिद, सुभान अल्लाह में है। अजहर के घर के रखवाली की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है। अजहर के घर की सुरक्षा में हथियारबंद सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। आतंकवादी के आवास के आसपास बैरिकेडिंग की गई है। भारत का सबसे बड़ा दुश्मन पाकिस्तान सरकार के नाक के नीचे पूरे इंतजाम के साथ रह रहा है।