कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुए बिकरु हत्याकांड की यादें आज भी लोगों के दिलों में ताजा है। इस हत्याकांड को किस तरह से अंजाम दिया गया था। उसको लेकर आज भी चर्चा होती रहती है। इस बीच एक नया खुलासा हुआ है कि बिकरु हत्याकांड को पुलिस के ट्रेनिंग का हिस्सा बनाया जायेगा।
यही नहीं आईपीएस- पीपीएस सहित सभी पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षण के दौरान इस हत्याकांड में हुई लपरवाही और अपराधियों से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। खबर है कि यूपी पुलिस की ट्रेनिंग सिलेबस तैयार करने वाली कमेटी ने इस हत्याकांड को शामिल करने का फैसला किया है।
इससे सम्बंधित प्रस्ताव बनाकर कमेटी ने शासन को भेज दिया है। शासन की तरफ से मंजूरी मिलते ही नवंबर में नए ट्रेनिंग सिलेबस का प्रकाशन कर दिया जाएगा। ट्रेनिंग अकादमी में प्रशिक्षण लेने वाले सभी पुलिस अधिकारी और सब इंस्पेक्टर इस हथाकंद के बारे में जानकर पुलिसिंग को बेहतर करने के गुण सीखेंगे।
गौरतलब है कि कानपुर पुलिस बिकरु में रहने वाले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई थी, लेकिन पुलिस की तरफ से ही इसकी मुखबिरी कर दी। इससे विकास दुबे को पहले ही पुलिस रेड के बारे में जानकारी मिल गई।
इसके बाद उसने गांव की छतों पर अपने हथियारबंद साथी तैनात कर दिए। और जब रात को पुलिस टीम छापेमारी करने पहुंची तो बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। इसमें कई पुलिस वाले मारे गये।
इस हत्याकांड में डीएसपी देवेंद्र मिश्रा और 3 दरोगाओं सहित 8 पुलिस कर्मी मारे गए थे। इसके बाद हत्याकांड के बाद सीएम योगी के निर्देश पर यूपी पुलिस ने विकास दुबे की सारी संपत्तियों को जेसीबी से तहस-नहस कर दिया। साथ ही विकास दुबे सहित 4 साथी को एनकाउंटर में मार गिराया. वहीं 9 लोग गिरफ्तार किए गए, जो अब भी जेल में हैं।
वहीं इस हत्याकांड में पुलिस टीम के कुछ लोगों द्वारा गद्दारी करना भारी पड़ गया। साथ ही खतरनाक बदमाश के गैंग व हथियारों के बारे में पूरी जानकारी न जुटाना, बिना बुलेटप्रूफ जैकेट के दबिश पर जाना, पर्याप्त फोर्स का इंतजाम न करना और गांव की सही तरीके से घेराबंदी न करने का भी नुकसान उठाना पड़ा।
अब पुलिस ट्रेनिंग अकादमी इन सब खामियों के बारे में अधिकारियों को बताएगी। साथ ही विकास दुबे जैसे कुख्यात बदमाशों से कैसे निपटा जाए, इसकी भी अकादमी में ट्रेनिंग दी जाएगी।