प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश के कानपुर में बिकरू कांड की जांच अभी चल रही हैं। पूरे देश के हिला कर रख देने वाला बिकरू कांड की यादें अभी ताजा है। वहीं यूपी के ही प्रतापगढ़ जिले में बिकरू जैसी घटना बाल-बाल होते बच गई।
यहां के पट्टी थाने के मुजाही बाजार में आसपुर देवसरा ब्लॉक की प्रमुख का पति सभापति यादव टॉप 10 अपराधियों में शुमार है। शुक्रवार को सभापति यादव और उसके साथियों ने पुलिस पर गोलीबारी कर दी। गोलीबारी के बाद सभापति यादव और उसके कई साथी फरार हो गए। हालांकि, दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
दरअसल, प्रतापगढ़ जिले में पट्टी कोतवाली क्षेत्र के मुजाही बाजार में चार दिन पहले दुकान पर पोस्टर लगाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था। इसमें ठाकुर और यादव बिरादरी के लोगों में मारपीट हुई थी। इस बीच गुरुवार को मुजाही बाजार के दुकानदार रौनक सिंह के मकान पर टॉप टेन के अपराधी सभापति यादव सहित दो दर्जन लोगों ने धावा बोल दिया। हवाई फायरिंग करते हुए घर में घुसकर तोड़फोड़ भी की गई।
इस पर स्कार्पियो सवार लोगों ने पुलिस टीम पर फायर कर दिया। जिसके बाद जवाबी फायरिंग करते हुए पुलिस ने इन लोगों को खदेड़ लिया। इस दौरान सभापति यादव समेत दो दर्जन से अधिक लोग वाहनों समेत फरार होने में कामयाब रहे।
वहीं, बिनैका गांव के प्रमोद कुमार यादव और पड़ोसी जिले सुल्तानपुर के चांदा बाजार का रहने वाला राहुल यादव पुलिस की गिरफ्त में आ गए। एसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर के गैंग के कब्जे में रही UP-44, AA-1111 नंबर की स्कॉर्पियो, 3 राइफल 315 बोर, एक तमंचा 315 बोर और एक दो नाली बंदूक 12 बोर के साथ ही कारतूस और खोखे भी बरामद हुए। मौके से फरार होने वाले सभापति यादव सहित 26 लोगों की पुलिस तलाश कर रही है।