प्रतापगढ़। लॉक डाउन भी उत्तर प्रदेश में अपराधों पर रोक नही लगा पा रहा है। दिन ब दिन घटनाओं ने लोगों के मन मे दहशत फैलानी शुरू कर दी है। पुलिस पहले से ही जनता हित और अन्य कार्यों में फंसी है जिसका फायदा आपराधिक तत्व उठा रहे है।
लॉकडाउन के बीच प्रतापगढ़ जिले में शुक्रवार को भूमाफिया के दो गुटों में ताबड़तोड़ फायरिंग हुई। इस दौरान दोनों पक्षों से 8 लोग जख्मी हो गए, जिन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां से सभी को प्रयागराज रेफर कर दिया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। तनाव को देखते हुए मौके पर फोर्स मुस्तैद है। एसपी अभिषेक सिंह ने लापरवाही के आरोप में सिविल लाइन चौकी इंचार्ज चंद्रशेखर यादव को निलंबित कर दिया है। सभी आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाने का निर्देश दिया है।
नगर कोतवाली क्षेत्र के बराछा निवासी राम पांडेय प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था। सर्वेश तिवारी और आनंद तिवारी भी काम में हिस्सेदार थे। इन लोगों ने कोतवाली क्षेत्र के दहिलामऊ चांदमारी में मारुतनगर से प्रॉपर्टी की खरीद फरोख्त शुरू की थी। शुक्रवार की दोपहर ये सभी हिस्सेदार मारुतनगर में थे। तभी इनके बीच पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद शुरू हो गया। विवाद इतना बढ़ा- दोनों गुट मारपीट करने लगे। इसी बीच राम पांडेय ने आनंद तिवारी को गोली मार दी। इसके बाद दोनों गुटों ने पिस्टल निकालकर एक दूसरे पर फायर करना शुरू कर दिया। से राम पांडेय, उनका भाई लक्ष्मण पांडेय व सुभाष, सुरेंद्र और दूसरे पक्ष से सर्वेश, आनंद, राहुल व साहब गोली लगने से घायल हो गए।
फायरिंग की सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां सभी को प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल रेफर कर दिया गया। लेकिन राम पांडेय की मौत हो गई। उसके सीने में गोली लगी थी। सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। घटनास्थल पर तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने कहा- रियल स्टेट का काम करने वाले दो गुटों में पैसे को लेकर विवाद हो गया था। जिसमें फायरिंग की गई। मौके से लाइसेंसी रिपीटर 12 बोर, लाइसेंसी पिस्टल 32 बोर बरामद की गई है। सिविल लाइन चौकी इंचार्ज उप निरीक्षक चंद्रशेखर यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। इस मामले में आरोपियों पर एनएसए की भी कार्रवाई की जाएगी।