– बारिश के बावजूद बैनरों और पोस्टरों के साथ करीब सौ की संख्या में वकील शामिल हुए
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में वकील प्रशांत भूषण को कोर्ट की अवमानना का दोषी ठहराये जाने के विरोध में गुरुवार को वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट के सामने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में ऑल इंडिया लॉयर्स यूनियन के अलावा प्रगतिशील महिला समिति, आइसा और दूसरे संगठनों ने हिस्सा लिया।
बारिश में भीगते हुए करीब सौ की संख्या में वकीलों ने बैनरों और पोस्टरों के साथ सुप्रीम कोर्ट पर प्रदर्शन किया। वकीलों का कहना था कि कोर्ट की अवमानना का कानून ब्रिटिश राज से चला आ रहा है और अब इस कानून का उपयोग विरोध को दबाने के लिए किया जा रहा है। प्रशांत भूषण के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए इन वकीलों ने कहा कि प्रशांत भूषण जनता के वकील हैं। आल इंडिया लॉयर्स यूनियन के दिल्ली स्टेट के सचिव सुनील कुमार ने कहा कि कल्याण सिंह ने 28 साल पहले जो हलफनामा दायर किया था उस पर अभी तक कोई फैसला नहीं आया। उन्होंने कहा कि 2016 में खुद सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि किसी जज की आलोचना करना अवमानना नहीं है।
प्रगतिशील महिला समिति की नेता और वकील पूनम कौशिक ने कहा कि असहमति का अधिकार न्याय और जनवाद का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि असहमति के अधिकार की रक्षा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बारिश के बावजूद ये प्रदर्शन हुआ जो एक बड़ी बात है। आईसा की नेता ने कहा कि इस देश में ज्यादातर लोगों को खाने-पीने की समस्या है। उस पर सुनवाई नहीं हो रही है।