वाशिंगटन। नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों को देखते हुए फेसबुक ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प को सीधी चेतावनी दी है। फेसबुक की चीफ ऑपरेटिंग आफिसर शेरिल सैंडबर्ग ने कहा कि अगर ट्रम्प कंपनी के मानकों को तोड़ते हैं तो यह प्लेटफॉर्म उनके पोस्ट हटा देगा। मंगलवार को एमएसएनबीसी से बातचीत करते हुए सैंडबर्ग ने कहा कि अगर राष्ट्रपति नफरत वाला भाषण या कोरोना को लेकर कोई गलत जानकारी पोस्ट करते हैं तो उसे डिलीट कर दिया जाएगा।
2016 में फेसबुक पर लगे थे कई आरोप
अमेरिका में 2016 में हुए चुनावों में फेसबुक पर कई आरोप लगे थे। आरोप था कि फेसबुक के जरिए विदेशी ताकतों ने चुनाव में दखलअंदाजी की। हालांकि, फेसबुक अब सख्त कदम उठा रही है। चुनावों को लेकर लोगों में दुविधा कम करने के लिए फेसबुक ने पिछले हफ्ते ‘वोटिंग इन्फार्मेशन सेंटर’ शुरू किए हैं। इससे अमेरिकी लोगों को वोटिंग के बारे में सटीक जानकारी मिलेगी। कंपनी के मुताबिक यह सेंटर फेसबुक के साथ ही इंस्टाग्राम पर भी मौजूद रहेंगे।
बॉयकॉट के बाद बदला नियम
ट्रम्प की पोस्ट पर एक्शन न लेने और कंपनी के ढीले रवैये की वजह से विज्ञापन देने वाले 400 लोगों ने फेसबुक का बॉयकॉट कर दिया था। कंपनी के कर्मचारी भी विरोध में आवाज उठाने लगे थे। इसके बाद कंपनी ने हेट स्पीच और गलत खबरों पर एक्शन लेना शुरू किया है। फेसबुक ने कहा है कि उसने चुनाव में दखल से निपटने के लिए दुनिया के कुछ सबसे एडवांस सिस्टम बनाए हैं, और हमेशा उन्हें बेहतर बनाने के लिए काम कर रहे हैं।
फेसबुक मौजूदा समय में भारत में भी विवादों में है। कांग्रेस का आरोप है कि यह सत्ताधारी पार्टी भाजपा का समर्थन करती है।