सनी देओल ने जवानी के दिनों में कुछ ऐसा कर दिया था, जिसकी वजह से वे मार खाते-खाते बचे थे। दरअसल सनी ने राह चलते एक लड़की पर कमेंट कर दिया था। हालांकि उन्होंने छेड़खानी जैसा कुछ नहीं किया था।
इसके बाद उस लड़की के परिजन घर तक आ गए थे। सनी को एहसास हो गया कि उन्होंने कुछ गलत कर दिया है। उन्हें तत्काल अपनी गलती मान ली। उन्होंने लड़की के भाई से कहा कि अगर वो चाहें तो उन्हें पीट सकते हैं, क्योंकि उनसे गलती हुई है।
खूबसूरत लड़की को देख सनी ने कमेंट कर दिया
सनी देओल ने रणवीर अल्हाबादिया के साथ इंटरव्यू में घटना को याद करते हुए कहा- हम लोग गाड़ी से कही जा रहे थे। सामने से एक खूबसूरत लड़की गुजरी। कुछ यंगस्टर्स होते हैं, जो किसी को सड़क पर छेड़ देते हैं।
मैंने भी कुछ कह दिया। हालांकि मैंने कोई बदतमीजी नहीं की थी। लड़की खूबसूरत दिखी तो बस कुछ कह दिया।
सनी को अपनी गलती का एहसास हुआ
सनी इसके बाद अपने दोस्त के घर पर पहुंचे। हालांकि जैसे ही सनी और उनके दोस्त बिल्डिंग में घुसे। बहुत तेज कार की आवाज सुनाई दी। सनी ने आगे कहा- मुझे लग गया कि कार में कोई और नहीं बल्कि लड़की का भाई है। मैं बिल्कुल ठंडा पड़ गया।
मुझे तुरंत अपनी गलती का एहसास हो गया। मैंने लड़की के भाई से कहा कि मुझसे भूल हुई है, आप मुझ पर हाथ उठाना चाहे तो उठा सकते हैं। मैंने आपकी बहन के साथ गलत किया है, इसलिए मैं इसका हकदार हूं।
सनी ने स्टेडियम में मनचलों को पीट दिया था
सनी देओल ने इस इंटरव्यू में बताया कि वो गलती करने पर मार खाना पसंद करते हैं, लेकिन अगर गलती न हो तो वो लोगों की पिटाई भी कर देते हैं। ऐसी एक घटना को याद करते हुए सनी ने कहा कि एक बार स्टेडियम में मैच देखने के दौरान उन्होंने कुछ लोगों की पिटाई कर दी थी।
सनी देओल उस वक्त 20 साल के रहे होंगे। उन्होंने फिल्मों में डेब्यू भी नहीं किया था। क्रिकेट मैच देखने के दौरान कुछ लोगों ने सनी के ऊपर सिगरेट के टुकड़े फेंकने शुरू कर दिए। सनी इस पर आग बबूला हो गए और उन मनचलों से वहीं भिड़ गए।
मनचलों ने सनी के ऊपर सिगरेट के डिब्बे फेंकने शुरू कर दिए थे
घटना को याद करते हुए सनी देओल ने इसी इंटरव्यू में कहा- मैं पहले बहुत गुस्सा हो जाया करता था। इसकी वजह से लड़ाइयां भी बहुत होती थीं। एक बार मैं भारत और न्यूजीलैंड का मैच देखने स्टेडियम गया था।
वहां दर्शकों में बैठे कुछ लोगों को पता चल गया कि मैं धर्मेंद्र का बेटा हूं। वे थोड़े राउडी किस्म के लोग थे। उन्होंने मुझे परेशान करना शुरू कर दिया। सिगरेट के डिब्बे फेंकने शुरू कर दिए। मैं उस वक्त 20 साल का था।
मैं उस वक्त काफी ज्यादा गुस्सैल स्वभाव का था। मैंने उन्हें पीटना शुरू कर दिया। मामला इतना बिगड़ गया कि पुलिस भी आ गई। उन्होंने मुझे वहां से बाहर निकाला।