बाराबंकी। प्रदेश के डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने शनिवार को जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मरीजों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता बेहतर न होने व सफाई व्यवस्था अच्छी न होने पर उन्होंने नाराजगी जताई। उन्होंने भोजन पर दी जाने वाली धनराशि में 20 प्रतिशत कटौती किए जाने के दिशा निर्देश सीएमएस को दिए। वहीं सफाई व्यवस्था के सुपरवाइजर को कड़ी फटकार लगाते हुए आउट सोर्सिंग एंजेंसी से एक दिन की धनराशि काटे जाने के दिशा निर्देश भी दिए।
दोपहर करीब एक बजकर 25 मिनट पर पहुंंचे डिप्टी सीएम करीब आधा घंटा चिकित्सालय में रुके। सबसे पहले उन्होंने ओपीडी का हाल देखा। इसके बाद वे एक्सरे कक्ष पहुंचे। यहां पर एक मरीज जो बाहर खड़ा था उसका एक्सरे तत्काल कराए जाने के दिशा निर्देश दिए। परिसर में साफ सफाई बेहतर न देख भड़के सीएम ने सफाई की प्राइम क्लीनिंग एजेंसी के सुपरवाइजर डीके मिश्रा को कड़ी फटकार लगाई।
एक दिन की धनराशि काटे जाने के निर्देश भी सीएमएस को दिए। चिकित्सालय परिसर में लगी टोटी में पानी न आने पर नाराजगी जताई। एक नल में टोटी गायब दिखी। जिसे तत्काल लगाए जाने के निर्देश दिए। चिकित्सकों की उपस्थिति रजिस्टर भी देखा। इसके बाद वे यहां से ट्रामा सेंटर पहुंचे।
यहां पर मरीजों को परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता परखी। जो भोजन में मरीजों को दाल, सब्जी में बेहतर गुणवत्ता बेहतर न होने पर खाना बनाने वाली एजेंसी बीएल ग्रुप की एक दिन के भोजन में 20 प्रतिशत धनराशि काटे जाने के दिशा निर्देश सीएमएस को दिए। चिकित्सालय की दीवार पर टूटी टाइल्स पर भी नाराजगी जताई। सीएमए को इसे तत्काल सही कराए जाने के दिशा निर्देश दिए।
मरीजों से ली जानकारी : प्रदेश के डिप्टी सीएम ने ट्रामा में भर्ती मरीजों से चिकित्सीय सेवाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। वार्ड में भर्ती गोंडा के वीरेंद्र कुमार का हाल जाना। वीरेंद्र के सीने में दर्द पर उनके बेहतर इलाज कराने के लिए सीएमएस को दिशा निर्देश दिए। मौथरी के बलदेव व जितेंद्र जो वार्ड में भर्ती थे उनसे चिकित्सा व्यवस्था के बारे में पूछा।
छठ पूजा स्थल पर एंबुलेंस रहे मौजूद : डिप्टी सीएम ने सीएमएस को दिशा निर्देश दिया कि जहां पर छठ पूजा वृहद स्तर पर हो रही हो वहां पर एंबुलेंस का इंतजाम तत्काल कराए।
बोले- पहले से दिखा सुधार : डिप्टी सीएम ने निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि पहले से काफी सुधार चिकित्सालय में दिखा है। वर्तमान में बुखार के मरीज अधिक आ रहे हैं। इसलिए चिकित्सालयों का निरीक्षण करने का मैने निर्णय लिया है।
भोजन की गुणवत्ता यहां सही दिखी है अगर दोबारा ऐसा पाया जाता है तो एजेंसी की संबद्धता यहां से समाप्त करेंगे। किसी भी मरीज को बाहर नहीं जाने देंगे सभी का यहां पर भर्ती कराएंगे। उचित इलाज करवाएंगे। सीएमएस, सीएमओ को दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं। हर स्तर पर जिले में चिकित्सा व्यवस्था बेहतर करेंगे।