नई दिल्ली। विश्व कप में अब तक अपराजित भारतीय टीम इस वक्त शानदार क्रिकेट खेल रही है। करीब हर विभाग में भारतीय खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसे भी मौका मिल रहा है, वह अपने आप को साबित कर रहा है। इसका ताजा उदाहरण देखने को मिला रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए मैच में। हार्दिक पांड्या के मैच से बाहर होने के बाद इसमें मोहम्मद शमी को शामिल किया गया और शमी आए और छाए।
मोहम्मद शमी विश्व कप 2023 के पहले चार मैचों के लिए भारत की प्लेइंग-11 में नहीं थे, लेकिन अनुभवी तेज गेंदबाज को जब मौका मिला तो उन्होंने अपने पहले मैच में ही शानदार प्रदर्शन किया और (5-54) के दमदार आंकड़े से भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मैच खत्म होने के बाद मोहम्मद शमी विश्व कप में दो बार पांच विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज भी बने। उन्होंने कहा कि उन्हें हमेशा लगता है कि टीम में प्लेइंग-11 का हिस्सा न होने पर परेशान नहीं होना चाहिए और नाही यह सोचना चाहिए कि हम में कुछ कमी है।
शमी ने कहा, “सभी विकेट अच्छे हैं। जब आप देश के लिए खेलते हैं तो मुझे लगता है कि हर विकेट आपके लिए महत्वपूर्ण है। वैसे भी मुझे कोई विशेष विकेट अधिक पसंद नहीं है। मैं अपने सभी विकेटों का आनंद लेता हूं।”
“लेकिन अगर आपकी टीम प्रदर्शन कर रही है, तो मुझे नहीं लगता कि आपको बाहर बैठकर दोषी महसूस करना चाहिए। क्योंकि आप भी टीम का हिस्सा हैं और वर्ल्ड कप का हिस्सा भी हैं। मुझे लगता है कि सभी को एक-दूसरे की सफलता का आनंद लेना चाहिए।”
शमी 2013 में अपने डेब्यू के बाद से भारतीय टीम के अभिन्न सदस्य रहे हैं, लेकिन हार्दिक पांड्या, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के प्लेइंग-11 में होने के कारण उन्हें बाहर बैठना पड़ा।
हार्दिक के बाएं टखने की चोट के कारण बाहर हैं और शमी भारत के तेज गेंदबाजी विकल्पों को बढ़ावा देने के लिए शार्दुल ठाकुर की जगह टीम में शामिल हुए, और उन्होंने अपने दमदार प्रदर्शन से एक यादगार कमबैक किया।