-न्यूज 7 एक्सप्रेस संवाददाता
– गोमतीनगर की घटना, घर के अंदर फंदे पर लटका मिला शव
– कमरे से मिले सुसाइड नोट में लिखी अपनी कहानी, खुद को ठहराया का जिम्मेदार
गोमतीनगर के विवेकखण्ड में कारसेवक राकेश सिन्हा (58) ने फांसी लगा ली। घर के अंदर फंदे से उसका शव लटका मिला। कमरे से मिले सुसाइड नोट में उसने अपनी कहानी लिखते हुए खुद को मौत का जिम्मेदार ठहराया है।
इंस्पेक्टर गोमतीनगर के मुताबिक, विवेकखण्ड 2/678 निवासी राकेश सिन्हा अपने छोटे भाई राजेश के साथ रहते थे। आगे के हिस्से में राजेश जबकि पीछे बने कमरे में राकेश अकेले रह रहा था। शनिवार सुबह राजेश का कर्मचारी सुनील तिवारी चाय लेकर कमरे में पहुंचा तो देखा कि राकेश का शव रस्सी से छत के पंखे में लटक रहा था। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतारने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने उसके पास से दो पन्ने का सुसाइड नोट बरामद किया।
अयोध्या मंदिर आन्दोलन में लिया था हिस्सा
राजेश ने बताया कि राकेश दिल्ली में एक निजी दूर संचार कम्पनी में काम करते थे। पिता गोपाल कृष्ण सिन्हा फौज से रिटायर थे। मां रानी सिन्हा की 25 नवम्बर को मौत हुई। उसके बाद से राकेश यहीं रहने लगे। राकेश ने सुसाइड नोट में लिखा कि उनकी पत्नी पूनम सिन्हा, बेटी मोनिका सिन्हा रांची में रहती है जबकि छोटी बेटी उज्जवला सिन्हा गुड़गांव में रहकर नौकरी कर रही है। वह आगे पढ़ना चाहती है लेकिन उसके पास आगे पढ़ने के लिए पैसा और रहने के लिए घर नहीं है। उसने सुसाइड नोट में लिखा कि 1990 में वह गोमती नगर व्यापार मण्डल के रहे हैं। वर्ष 1992 में अयोध्या मंदिर आन्दोलन में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यहां तक जेल की हवा भी खाई। सुसाइड नोट में पीएम मोदी को सम्बोधित करते हुए लिखा कि रामभक्त कारसेवकों पर थोड़ा रहम करें।
सीएम योगी से कहा अंतिम इच्छा पूरी कर दें
राकेश ने सुसाइड नोट में सीएम योगी को सम्बोधित करते हुए कहा कि वह कारसेवक रहे लेकिन उनके पास अब कुछ नहीं बचा। रहने के लिए घर नहीं है और न ही उनके पास पैसा है। घर के पास रहने वाले एक भाजपा नेता के पास मदद मांगने गए थे लेकिन उन्होंने एक न सुनी। उनकी आखिरी इच्छा है कि उनकी पत्नी और दोनों बेटियों को घर मिल जाए। इसके साथ ही एक नौकरी मिले। अगर सरकार की तरफ ऐसा हो जाएगा तो उनकी आत्मा को शांति मिलेगी। वहीं, राजेश ने बताया कि उनकी पत्नी और बेटियां आ रही है। लिहाज रविवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा।