भारत और नेपाल ने आपसी सहयोग बढ़ाने की दिशा में काम करने पर सहमति जताई

काठमांडू । भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने मुलाकात की और आपसी सहयोग को आगे बढ़ाने के प्रयास तेज करने पर सहमति जताई। श्रृंगला ने अपने नेपाली समकक्ष के साथ भी विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर ‘सार्थक बातचीत’ की।

सीमा रेखा को लेकर विवाद के कारण दोनों देशों के संबंधों में तनाव आने के बीच श्रृंगला की पहली नेपाल यात्रा पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। वह नेपाल के विदेश सचिव भरत राज पौडयाल के निमंत्रण पर आए हैं। प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार राजन भट्टाराय ने बताया कि श्रृंगला ने प्रधानमंत्री ओली से उनके आधिकारिक निवास पर शिष्टाचार मुलाकात की और इस दौरान उन्होंने सीमा समस्या समेत कई मामलों पर बातचीत की।

उन्होंने कहा कि भारत के विदेश सचिव नेपाल और भारत के संबंधों को मजबूत करने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सकारात्मक संदेश लेकर आए है।

उन्होंने बताया कि ओली ने श्रृंगला से कहा, ‘‘नेपाल और भारत के संबंध बहुआयामी हैं, हालांकि कुछ समस्याएं भी हैं।’’ ओली ने कहा कि नेपाल मित्रवत संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के नजरिए से वार्ता के माध्यम से समस्याओं का समाधान करने का पक्षधर है। उन्होंने कहा, ‘‘अतीत की कुछ अनसुलझी समस्याएं हैं और मुझे भरोसा है कि हम संबंधों कोमजबूत करके वार्ता के जरिए उन्हें सुलझा सकते हैं।’’

सूत्रों ने बताया कि ओली और श्रृंगला ने द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति की समीक्षा की और भारत एवं नेपाल को और नजदीक लाने की संभावनाओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि पंचेश्वर बहुउद्देशीय परियोजना और नई आर्थिक पहलों की शुरुआत समेत अहम परियोजनाओं को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने के लिए उठाए जा सकने वाले कदमों पर बातचीत की गई। सूत्रों ने बताया कि ओली ने कोविड-19 महामारी के दौरान भारत के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।

उन्होंने बताया कि इसके बाद श्रृंगला ने नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी से राष्ट्रपति भवन में शिष्टाचार मुलाकात की और उन्हें द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति की जानकारी दी। श्रृंगला ने नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ज्ञावली से भी मुलाकात की और कोविड-19 महामारी को रोकने में मदद के लिए भारत की सहायता के तहत एंटी-वायरस दवाई रेमेडिसिविर की 2,000 से अधिक शीशियां उन्हें सौंपी।

इससे पहले उन्होंने अपने नेपाली समकक्ष से मुलाकात की। काठमांडू में भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर कहा, “विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और भरत राज पौडयाल के बीच सार्थक बातचीत हुई। बैठक में उन्होंने द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की और परस्पर हितों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।” दूतावास ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “दोनों पक्षों ने विभिन्न द्विपक्षीय परियोजनाओं और पहलों पर हुई प्रगति की सराहना की। आपसी सहयोग को बढ़ाने की दिशा में काम करने पर सहमति जताई गई।”

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने काफी सार्थक और उपयोगी बातचीत की। द्विपक्षीय सहयोग के मुद्दों सहित कई सारे मुद्दों पर हमने चर्चा की और यह हमारे सहयोग के बहुआयामी और व्यापक स्वरूप को प्रदर्शित करता है। हम दोनों सहयोग के कुछ क्षेत्रों को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न कदमों पर सहमत हुए…।’’

नेपाली विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया कि दोनों विदेश सचिवों ने द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। श्रृंगला ने स्थानीय संवाददाताओं से कहा, “मैं यहां पहले भी आना चाहता था लेकिन कोविड-19 के चलते नहीं आ सका था। यहां आकर मैं बहुत खुश हूं। मैं काठमांडू पहले भी आया हूं, हालांकि विदेश सचिव के तौर पर यह मेरी पहली नेपाल यात्रा है। हमारे सबंध बहुत मजबूत हैं। हमारा प्रयास इस रिश्ते को और प्रगाढ़ बनाने का होगा।”

उन्होंने कहा, “मैं नेपाल की सरकार और विदेश सचिव को गर्मजोशी से किये गए इस स्वागत के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। हम महत्वपूर्ण मुद्दों पर बैठक करने वाले हैं।’’

नेपाली विदेश मंत्रालय ने इस सप्ताह एक वक्तव्य जारी कर कहा था कि यह दौरा दोनों पड़ोसी देशों के बीच जारी उच्च स्तरीय बातचीत का एक हिस्सा है। शुक्रवार को श्रृंगला काठमांडू में भारत-नेपाल संबंधों पर एक व्याख्यान देंगे और गोरखा में भारत की सहायता से तैयार हुए तीन स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। शुक्रवार को यात्रा के समापन से पहले श्रृंगला, नेपाल सरकार को कोविड-19 से मुकाबले के लिए सहायता सामग्री सौंपेंगे।

वर्ष 2015 में आए भूकंप के केंद्र गोरखा जिले में 50,000 घरों का निर्माण कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आश्वासन दिया था जिनमें से 40,000 घरों का निर्माण पूरा हो चुका है। श्रृंगला, तिब्बत सीमा पर स्थित मनंग जिले में एक बौद्ध मठ का उद्घाटन भी करेंगे जिसका पुनर्निर्माण भारत की सहायता से किया गया है।

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