एडिलेड। ऑस्ट्रेलिया ने एडिलेड में खेले गए डे-नाइट टेस्ट में भारतीय टीम को 8 विकेट से हरा दिया। टीम इंडिया की अपने दूसरे और विदेश में पहले पिंक बॉल टेस्ट में यह पहली हार है। भारत ने पहले डे-नाइट टेस्ट में अपने घर में पिछले साल बांग्लादेश को पारी और 46 रन से हराया था।
इस हार के साथ कप्तान विराट कोहली का भी एक रिकॉर्ड टूट गया है। कोहली पहली बार टॉस जीतकर कोई टेस्ट मैच हारे हैं। कोहली ने 2015 में टेस्ट टीम की कप्तानी संभाली थी। तब से अब तक 26 मैच में टॉस जीता है। इस दौरान उन्होंने 21 टेस्ट जीते (मौजूदा एडिलेड टेस्ट को छोड़कर) और 4 ड्रॉ खेले।
भारतीय टीम दूसरी पारी में 36 रन ही बना सकी
टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 244 रन बनाए थे। इसके बाद मेजबान ऑस्ट्रेलिया को 191 रन पर समेट दिया था। इसके बाद भारतीय टीम दूसरी पारी में 9 विकेट गंवाकर 36 रन ही बना सकी और ऑस्ट्रेलिया को 90 रन का टारगेट दिया था। भारत की पारी में आखिर में मोहम्मद शमी चोटिल होकर रिटायर हुए थे।
दूसरी पारी में अश्विन ने दो विकेट झटके
इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट गंवाकर 93 रन बनाते हुए मैच अपने नाम कर लिया। दोनों विकेट रविचंद्रन अश्विन ने लिए। ओपनर मैथ्यू वेड 53 बॉल पर 33 रन बनाकर आउट हुए। विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा ने उन्हें स्टंप आउट किया। इसके बाद अश्विन ने मार्नस लाबुशाने (6) को मयंक अग्रवाल के हाथों कैच आउट कराया।
टीम इंडिया ने एक पारी में अपना सबसे कम स्कोर बनाया
भारतीय टीम का 36 रन टेस्ट की एक पारी में अब तक का सबसे कम स्कोर है। इससे पहले भारतीय टीम ने 46 साल पहले सबसे कम स्कोर 42 रन बनाया था। यह इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में 1974 में बनाया था। उस वक्त भारतीय टीम 17 ओवर में ऑल आउट हो गई थी।
ऑस्ट्रेलिया अब तक डे-नाइट टेस्ट नहीं हारी
ऑस्ट्रेलिया ने अब तक 8 पिंक बॉल टेस्ट खेले हैं और सभी में जीत हासिल की है। टीम ने सभी मैच अपने घर में ही खेले हैं। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 191 रन बनाए थे और लीड नहीं ले सकी थी। ऐसा पहली बार हुआ, जब ऑस्ट्रेलिया डे-नाइट टेस्ट में बाद में बैटिंग करते हुए पहली पारी में लीड नहीं ले सकी।
रिकॉर्ड्स में ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अब तक कुल 99 टेस्ट मैच खेले गए हैं। इसमें भारत ने 28 और ऑस्ट्रेलिया ने 43 मैच जीते हैं। जबकि 27 मैच ड्रॉ और 1 बेनतीजा रहा। वहीं ऑस्ट्रेलिया में दोनों के बीच 49 मैच खेले गए। इसमें से भारत ने सिर्फ 7 और ऑस्ट्रेलिया ने 30 मैचों में जीत हासिल की। 12 मैच ड्रॉ रहे।
दूसरी पारी में कप्तान विराट कोहली (4) समेत कोई भी बल्लेबाज 10 रन नहीं बना सका। चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे और रविचंद्रन अश्विन खाता भी नहीं खोल सके। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने सबसे ज्यादा 5 और पैट कमिंस ने 4 विकेट लिए।
96 साल में पहली बार एक पारी में 10 रन नहीं बना सके बल्लेबाज
टेस्ट इतिहास में 96 साल बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब एक पारी में किसी टीम का कोई भी बल्लेबाज 10 रन नहीं बना सका। पिछली बार 1924 में इंग्लैंड के खिलाफ साउथ अफ्रीका टीम का कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका था।
कमिंस ने भारतीय टीम को पस्त किया
तीसरे दिन भारतीय टीम ने एक विकेट पर 9 रन से आगे खेलना शुरू किया। इसके बाद टीम ने 10 रन बनाने में 5 विकेट गंवा दिए। इसमें तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने 4 विकेट लिए। कमिंस ने तीसरे दिन की शुरुआत में जसप्रीत बुमराह (2) को अपनी ही बॉल पर कैच लेकर पवेलियन भेजा। उन्होंने भारत को तीसरा झटका चेतेश्वर पुजारा के रूप में दिया। पुजारा बिना खाता खोले कमिंस की बॉल पर विकेटकीपर पेन के हाथों कैच आउट हुए।
कप्तान विराट कोहली 4 रन बनाकर पैट कमिंस की बॉल पर आउट हुए। कैमरून ग्रीन ने उनका कैच लिया। कमिंस ने दूसरा दिन खत्म होने से पहले पृथ्वी शॉ को बोल्ड किया था।
हेजलवुड ने भारत की आधी टीम समेटी
तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने 5 विकेट लेकर भारत का मिडिल ऑर्डर ढहाया। मयंक अग्रवाल 40 बॉल में 9 रन बनाकर आउट हुए। हेजलवुड की बॉल पर विकेटकीपर टिम पेन ने उनका कैच लिया। इसके बाद हेजलवुड ने अजिंक्य रहाणे को बिना खाता खोले पवेलियन भेजा। विकेटकीपर पेन ने उनका कैच लिया।
ऋद्धिमान साहा 4 रन बनाकर जोश हेजलवुड की बॉल पर आउट हुए। मार्नस लाबुशाने ने उनका विकेट लिया। रविचंद्रन अश्विन बिना खाता खोले जोश हेजलवुड की बॉल पर आउट हुए। विकेटकीपर टिम पेन ने उनका कैच लिया।