भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश के 12 शहरों में संपूर्ण लॉडाउन किया गया है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, खरगौन, रतलाम, विदिशा, उज्जैन, नरसिंहपुर और सौंसर में शनिवार रात 9 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक पूरी तरह लॉकडाउन है। यहां रविवार सुबह से गलियों से लेकर बाजारों की सभी दुकानें बंद हैं और जगह-जगह भारी संख्या में पुलिसबल तैनात है। बेवजह घूमने वालों पर चालानी कार्रवाई की जा रही है। लॉकडाउन के चलते सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। अधिकांश नागरिक स्वेच्छा से लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं।
कोरोना की चेन तोड़ने के लिए राजधानी भोपाल, इंदौर समेत 12 शहरों में शनिवार रात 9 बजे से 33 घंटे के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण रविवार सुबह से ही सड़कों पर सन्नाटा पसरा नजर आया। कॉलोनियों के लोग सुबह से घरों में कैद रहे और सड़कों पर आम दिनों की तुलना में आवाजाही बहुत कम नजर आ रही है।
सभी प्रमुख सड़कों और बाजारों की दुकानें बंद हैं। मुख्य चौराहों पर पूरी तरह बैरिकेडिंग कर दी है, जहां तैनात पुलिसकर्मी बेवजह घूमने वालों को धरपकड़ कर रहे हैं। लॉकडाउन का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। पुलिस गली, मोहल्ले में गस्त कर लोगों को घर में रहने के लिए कह रही है। वहीं चेक पोस्ट पर लगातार जांच की जा रही है।
दरअसल, आज रात होलिका दहन और कल रंगोत्सव का पर्व है, इसको लेकर शासन-प्रशासन ने लॉकडाउन को शिथिल करते हुए विशेष दिशा-निर्देश जारी किये हैं। इंदौर और भोपाल जैसे बड़े शहरों में होलिका दहन में केवल 20 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी गई है। इसके साथ ही परिवार के साथ ही होली खेलने का आग्रह किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार रात जनता के नाम संदेश में नागरिकों से अपील की कि होली सहित अन्य त्योहारों पर भीड़ किए बगैर परंपराएं निभाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचने के लिए गाइडलाइन जारी की जा चुकी है। जुलूस, बड़े आयोजनों पर प्रतिबंध है। अपने घर, घर के सामने, किसी निर्धारित स्थान पर (जहां संक्रमण ज्यादा है, वहां अनुमति लेकर) परंपरा का निर्वाह किया जा सकता है। इसमें कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन बचाव के लिए सावधानी जरूरी है।