महाराष्ट्र में डैमेज कंट्रोल शुरू: सचिन वझे मामले में मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलें

मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ पर महाविकास अघाड़ी के तीनों घटक दलों के बड़े मंत्रियों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में CM एंटीलिया केस में गिरफ्तार सचिन वझे को लेकर सभी प्रमुख मंत्रियों से बातचीत कर रहे हैं। माना जा रहा है कि इस केस से जुड़े अपडेट्स भी वे सभी मंत्रियों को ब्रीफ करेंगे। महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और NCP की साझा सरकार है।

मंत्रिमंडल पर फेरबदल को लेकर चर्चा की संभावना
जानकारी के मुताबिक, CM उद्धव के साथ इस बैठक में डिप्टी CM अजित पवार, मंत्री एकनाथ शिंदे, बालासाहब थोराट, अनिल परब और जयंत पाटिल भी मौजूद हैं। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में भाजपा की ओर से लगातार सरकार को घेरे जाने के प्रयास कमजोर करने पर रणनीति बनाई जा रही है।

इस बैठक के बाद सरकार डैमेज कंट्रोल के लिए पुलिस के कुछ बड़े अधिकारियों का तबादला कर सकती है। जिसमें सबसे पहले मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह का नाम सामने आ रहा है। चर्चा यह भी है कि इस बैठक के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल हो सकता है।

शरद पवार के निर्देश पर बुलाई बैठक
बता दें कि धनंजय मुंडे प्रकरण, टिक टॉक स्टार पूजा चव्हाण की मौत का मामला और सचिन वझे की गिरफ्तारी के बाद से सरकार लगातार बैकफुट पर है। इसलिए, राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने सोमवार को उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी। एक घंटे चली इस मुलाकात के बाद माना जा रहा है कि पवार के कहने पर ही मंगलवार को उद्धव ने मंत्रियों की यह बैठक बुलाई है।

राम कदम ने उठाए कई सवाल
इस मामले में भारतीय जनता पार्टी लगातार सरकार पर हमलावर है। भाजपा नेता राम कदम ने मंगलवार को सोशल मीडिया के माध्यम से कई सवाल उठाएं हैं।

कदम ने पूछा है..

  • एक साधारण API जैसा अफसर इतना बड़ा षड्यंत्र क्या अकेला कर सकता है? महाराष्ट्र में न साधु-संत सुरक्षित हैं, न ही अंबानी जैसे उद्योगपति।
  • क्या जल्द ही होने वाले BMC चुनाव के लिए अंबानी जैसे उद्योगपति को डराकर धन जुटाना किसी का मकसद था?
  • हमारा सवाल है शिवसेना और उनके साथी वझे की खुलकर वकालत करते हुए उसका बचाव क्यों कर रहे हैं?
  • क्या संगीन आरोप वाले व्यक्ति को बचाना उचित है?

फडणवीस ने कहा- मनसुख की हत्या का मामला अभी अनसुलझा
विपक्ष के नेता और पूर्व CM देवेंद्र फडणवीस ने इसी मामले में कहा है कि मनसुख हिरेन की हत्या का मामला अभी भी अनसुलझा है। भाजपा तब तक इस मामले में चुप नहीं रहेगी जब तक उनके हत्यारों को सजा नहीं मिल जाती।

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