मुंबई। कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों के बीच महाराष्ट्र में दो दिन का हार्ड लॉकडाउन चल रहा है। राज्य सरकार ने शुक्रवार रात 8 बजे से सोमवार सुबह 7 बजे तक वीकेंड लॉकडाउन लागू किया है। इस बीच पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में 58,993 नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं। यह पूरी दुनिया में मिले मरीजों के 7.5% हैं। संक्रमण के आंकड़े बताने वाली वेबसाइट worldometers के मुताबिक, शुक्रवार को पूरी दुनिया में 7 लाख 85 हजार 896 नए मरीज मिले हैं। महाराष्ट्र से ज्यादा केस अब सिर्फ ब्राजील और अमेरिका में ही मिल रहे हैं।
उद्धव ठाकरे ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
महाराष्ट्र में कड़े प्रतिबंधों के बावजूद कोरोना मरीजों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। सरकार अब 3 हफ्ते का टोटल लॉकडाउन लगाने की तैयारी में है। इस पर एकराय बनाने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली इस बैठक में BJP लॉकडाउन का विरोध करेगी।
लॉकडाउन को लेकर सरकार के नए दिशा-निर्देश
- शॉपिंग मॉल्स में केवल जरूरी सामान की बिक्री सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक होगी।
- वीकेंड में सभी जरूरी सेवा चालू रहेगी, बिना वैध कारण के कोई बाहर नहीं घूम सकता।
- गैरेज खुले रहेंगे, लेकिन स्पेयर पार्ट की दुकानें बंद रहेंगी।
- एसी, कूलर, फ्रिज जैसे इलेक्ट्रानिक सामानों की दुकानें बंद रहेंगी।
- डेस्कटॉप, लैपटॉप और मोबाइल की दुकानें भी खोलने की इजाजत नहीं है।
- कंस्ट्रक्शन या इससे जुड़ी दुकानें बंद रहेंगी।
- निर्माण क्षेत्र में काम करने की मंजूरी है।
- शराब की दुकानें खोलने तथा डिलीवरी पर रोक है।
- काम पर जाने वाले कर्मचारियों को RT-PCR टेस्ट जरूरी था। इसकी वैधता 15 दिन रहती है। लेकिन अब सरकार ने रेपिड एंटिजन टेस्ट को भी मान्य कर दिया है। ये उन कर्मचारियों के लिए जरूरी है, जिन्हें कोरोना टीका नहीं लगा हुआ है। इसमें सार्वजनिक परिवहन, निजी परिवहन, फिल्म, सीरियल, विज्ञापन की शूटिंग, होम डिलीवरी करने वाले कर्मचारियों और मजदूर शामिल हैं।
- आपले सरकार सेवा केंद्र, सेतु केंद्र, CSC सेंटर, पासपोर्ट सेवा केंद्र जैसी सरकारी सेवाओं के लिए सिंगल विंडो सुविधाओं के तहत ऑफिस सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक खुल सकते हैं।
- APMC (एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमेटी) वीकेंड पर खुली रहेंगी। हालांकि, कोरोना गाइडलाइन का पालन न होने पर स्थानीय अधिकारी राज्य सरकार की इजाजत से उसे बंद कर सकते हैं।
MPSC परीक्षा फिर स्थगित
महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग (MPSC) की अप्रैल में होने वाली परीक्षा फिर स्थगित कर दी गई है। सरकार की तरफ से कहा गया है कि नई तारीखों का ऐलान स्थिति सामान्य होने के बाद किया जाएगा। मुंबई और दूसरे जिलों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए CM उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला किया गया।
संघ प्रमुख कोरोना पॉजिटिव
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। उन्हें नागपुर के किंग्सवे हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है। डॉक्टर्स के मुताबिक, उनमें वायरस की वजह से सामान्य लक्षण हैं। RSS के मुताबिक सावधानी के नाते उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया है।
महाराष्ट्र में 97 लाख लोगों को दी वैक्सीन
राज्य में अब तक 97 लाख लोगों को कोविड-19 की वैक्सीन दी जा चुकी है। टीके की खुराक में कमी के बावजूद शुक्रवार को लगभग तीन लाख लोगों का वैक्सीनेशन हुआ। शुक्रवार तक राज्य में टीके की लगभग 10 लाख खुराक मौजूद थीं। शनिवार के लिए केंद्र से कुल 4.59 लाख खुराक मिली हैं।
मुंबई में 10 और 11 अप्रैल को सिर्फ सरकारी केंद्रों पर टीकाकरण
बृहन्मुंबई महानगर पालिका ने शुक्रवार को कहा कि 10 अप्रैल और 11 अप्रैल को मुंबई में केवल सरकारी व सिविक केंद्रों पर ही कोविड-19 रोधी टीका लगाया जाएगा और किसी निजी अस्पताल में नहीं लगाया जाएगा। बीएमसी ने एक बयान में कहा कि टीके की और डोज मिलने के बाद निजी अस्पतालों में वैक्सीनेशन बहाल किया जाएगा।
3 हफ्तों की कड़क लॉकडाउन जरूरी: वडेट्टीवार
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस पार्टी के नेता और राहत और पुनर्वसन मंत्री विजय वडेट्टीवार ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में तीन हफ्तों का हार्ड लॉकडाउन जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरकार संक्रमण रोकने के हर संभव प्रयास कर रही है, लेकिन कोई भी उपाय काम नहीं कर रहा है। इसलिए लोगों की जान बचाने के लिए कुछ दिनों का कड़क लॉकडाउन लगाना जरूरी हो गया है।
मुंबई में 5 लाख से ज्यादा मरीज मिले
मुंबई में शुक्रवार को कोरोनावायरस संक्रमण के 9,200 नए मामले सामने आए जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या पांच लाख से अधिक हो गई। महामारी से 35 और मरीजों की मौत हुई जिससे मृतकों की संख्या 11,909 पर पहुंच गई। इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के निजी अस्पतालों से कहा कि उन्हें राज्य में स्थापित कुछ कोविड-19 ‘जम्बो’ केंद्रों को संभालना चाहिए।