कीव। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध 11 सप्ताह से अधिक पुराना हो गया है। दोनों ओर से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। रूस लगातार यूक्रेन पर दबाव बना रहा है। अब मारियुपोल के एक कारखाने में फंसे 600 घायल यूक्रेनी सैनिकों की हालत बिगड़ने के बावजूद रूसी सेना उन्हें घेरे हुए है और बाहर भी नहीं निकलने दे रही है।
यूक्रेन पर रूसी हमला लगातार गंभीर रूप ले रहा है। मारियुपोल में रूसी सेनाओं का हमला आम जनमानस के लिए तो मुसीबत बना ही है, यूक्रेनी सैनिक व यूक्रेन की मदद करने पहुंचे विदेशी लड़ाके के लिए मुसीबत बन गया है। मारियुपोल के अजोवस्टाल इस्पात कारखाने को रूसी सैनिकों ने चारों ओर से घेर रखा है। कारखाने के भीतर घायल अवस्था में 600 यूक्रेनी सैनिकों के साथ विदेशी लड़ाके फंसे हुए हैं। उनकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के अनुसार इस मसले पर रूस और यूक्रेन के बीच वार्ता चल रही है। वार्ता में यूक्रेन ने अपने सैनिकों के बदले में रूसी युद्धबंदियों को रिहा करने का प्रस्ताव रखा है। अजोवस्टाल इस्पात कारखाने के भीतर से लड़ रहे यूक्रेनी सैनिकों के डिप्टी कमांडर स्वीआतोस्लाव पाल्मर ने कहा है कि गोला-बारूद, खाद्य पदार्थों, पानी और दवाओं की कमी के बावजूद रूसी सेना से उनकी लड़ाई जारी रहेगी। यह लड़ाई यूक्रेनी सैनिकों की आखिरी सांस तक चलेगी। उन्होंने 600 घायल सैनिकों को कारखाने से निकालने के लिए अमेरिका से मदद का अनुरोध किया।
यूक्रेन की सेना ने कहा है कि पूर्वी यूक्रेन के डोनेस्क और लुहांस्क क्षेत्रों में रूसी सेना नए कस्बों और गांवों पर हमले कर रही है। सभी स्थानों पर यूक्रेनी सैनिक कड़ा मुकाबला कर रहे हैं। डोनबास क्षेत्र के अविदिव्का शहर पर हुए रूसी हमले में 12 लोग घायल हुए हैं।