लंदन। भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या ने ब्रिटेन में रुकने के लिए दूसरा पैंतरा अपनाया है और गृहमंत्री प्रीति पटेल ने उसे मंजूरी भी दे दी है। दिवालिया मामले की सुनवाई के दौरान माल्या के वकील ने हाईकोर्ट में यह जानकारी दी। हालांकि ब्रिटेन के गृह मंत्रालय ने इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
ब्रिटेन की सुप्रीम कोर्ट ने भारत सरकार को प्रत्यर्पित करने के खिलाफ दायर माल्या को याचिका को पिछले साल अक्तूबर में खारिज कर दिया था। फिलहाल वह तब तक जमानत पर हैं जब तक गृहमंत्री प्रीति पटेल उसे भारत प्रत्यर्पित करने के आदेश पर हस्ताक्षर नहीं कर देतीं। माल्या पर अब बंद हो चुकी उसकी कंपनी किंगफिशर एयलाइंस के संबंध में धोखाधड़ी और धनशोधन के आरोप हैं।
ब्रिटेन के गृह मंत्रालय ने इस संबंध में केवल इस बात की पुष्टि की है कि प्रत्यर्पण आदेश पर अमल किए जाने से पहले गोपनीय कानूनी प्रक्रिया चल रही है। इस बीच चर्चा है कि माल्या ने ब्रिटेन में शरण मांगी थी, जिसकी ब्रिटिश गृहमंत्रालय ने न तो पुष्टि की है और न ही इससे इनकार किया है।
माल्या के वकील फिलिप मार्शल ने कोर्ट को बताया कि प्रत्यर्पण की प्रक्रिया बरकरार है लेकिन वह (माल्या) अभी इस लिए यहां हैं क्योंकि उन्होंने यहां रहने के लिए एक और विकल्प आजमाते हुए गृहमंत्री प्रीति पटेल से गुहार लगाई है।
अब प्रीति पटेल जब तक प्रत्यर्पण आदेश पर हस्ताक्षर नहीं करतीं तब तक माल्या ब्रिटेन में जमानत पर रहा सकता है। इस मामले में ब्रिटेन के गृह मंत्रालय ने अब तक इतना ही बताया है कि प्रत्यर्पण आदेश पारित करने से पहले की गोपनीय कार्यवाही चल रही है।